बिहार

नल से घरों तक नहीं पहुंच पा रहा साफ पानी

Admin Delhi 1
21 Jun 2023 9:54 AM GMT
नल से घरों तक नहीं पहुंच पा रहा साफ पानी
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मुजफ्फरपुर न्यूज़: राज्य के सभी नगर निगम समेत नगर निकायों में पीने के पानी की आपूर्ति पाइप से हो रही है. नल का जल नियमित घरों में पहुंच रहा है लेकिन इसकी स्वच्छता पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. रोजाना पानी में निर्धारित मात्रा में क्लोरीन मिलाए बिना ही पानी की आपूर्ति की जा रही है. इससे शुद्ध जल घरों तक नहीं जा रहा है. सप्लाई यूनिट में क्लोरीनेटर यंत्र तो लगा दिए गए हैं लेकिन निर्धारित और सुरक्षित मात्रा में क्लोरीन इसमें नहीं डाला जा रहा है.

मिली जानकारी के अनुसार क्लोरीनेटर लगाने का प्रावधान करीब 10 वर्ष पहले किया गया था. एक निश्चित समय के बाद जब इसमें क्लोरीन समाप्त हो जाती है, तो दोबारा नहीं भरा जाता है. इस कारण थोड़े समय बाद दूषित पानी की आपूर्ति होने लगती है. इसकी मुख्य वजह किसी नगर निकाय या नगर विकास एवं आवास विभाग के स्तर पर दोबारा क्लोरीन या हाइपोक्लोरेट खरीदने का प्रावधान का नहीं होना है. इस पर कभी किसी का ध्यान ही नहीं गया और न ही इसकी आपूर्ति के लिए कभी टेंडर करने की कवायद ही की गई. पटना नगर निगम में पुराने पंपों में यह काम नहीं कर रहा है, जबकि नए पंपों में उतने दिन तक यह काम करेगा, जितनी क्लोरीन इसमें भरी हुई है. बाद में इनका हाल भी पुराने जैसा हो जाएगा. अन्य सभी नगर निकायों की स्थिति कमोबेश ऐसी ही है.

पानी जनित बीमारियां सबसे ज्यादा चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार करीब 80 फीसदी बीमारियां पानी जनित या दूषित पानी से होती हैं. इनमें डायरिया, कालरा, पीलिया, टायफायड, हेपेटाइटिस आदि हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रत्येक वर्ष पूरी दुनिया में पानी जनित बीमारियों से 15 लाख लोगों की मौत हो जाती है. इससे भारत में भी लाखों लोग बीमार होते हैं. बिहार में दूषित पानी के कारण प्रत्येक वर्ष 10 हजार लोग खासकर 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मौत हो जाती है. बाढ़, बरसात और अन्य कारणों से पीने के पानी में कई तरह के परजीवी बड़ी संख्या में पनप जाते हैं.

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