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मुजफ्फरपुर के प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष साही हत्याकांड एक बार फिर सुर्खियों में है क्योंकि CID ने मामले की जांच शुरू कर दी है. 21 जुलाई को हुए इस हत्याकांड ने सिर्फ जिले ही नहीं बल्कि पूरे बिहार में हड़कंप मचा दिया था. जहां प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही और उनके बॉडीगार्ड्स की गोली मारकर अपराधियों ने हत्या कर दी थी. इस गोलीकांड में उनके एक और बॉडीगार्ड की मौत भी इलाज के दौरान हुई थी. अब CID ने हत्याकांड के खुलासे के लिए कवायद तेज कर दी है. मंगलवार को सीआईडी के डीआईजी दलजीत सिंह ने मामले की जांच शुरू करते ही क्राइम सीन को रीक्रिएट किया.
जहां जिला पुलिस के टीम ने मौका-ए-वारदात पर पहुंचकर जांच करते हुए सीन री क्रिएट कर मामले की तफ्तीश की. इस पूरे गोलीकांड में मृतक आशुतोष शादी जिस वकील के घर पर गए थे उसे भी गोली लगी थी. वकील का इलाज अभी पटना में चल रहा है.
घर में घुसकर की थी अंधाधुध फायरिंग
दरअसल, 21 जुलाई को 4 अपराधियों ने वारदात को अंजाम दिया था. वहीं, प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही और उनके दो बॉडीगार्ड पर फायरिंग कर दी गई थी. वारदात वाले दिन आशुतोष शाही अपने अधिवक्ता घर किसी जमीन के काम से गए थे. वहीं, करीब 9:30 बजे 4 हथियार से लैश बदमाश घर में घुस गए और अंधाधुध फायरिंग करने लगे और ताबड़तोड़ फायरिंग में 5 लोगों को गोली लग गई. इस घटना में प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही की घटनास्थल पर ही मौत हो गई.
फायरिंग में 5 लोगों की मौत
वहीं, इलाज के दौरान उनके बॉडीगार्ड्स ने भी दम तोड़ दिया. आशुतोष शाही ने प्रॉपर्टी कारोबार से अरबों रुपए कमाए थे, उनकी सुरक्षा के लिए बुलेट प्रूफ गाड़ियां थी और चार हथियार बंद बॉर्डीगार्ड्स उनके साथ चलते थे. बावजूद अपराधियों ने उनकी हत्या कर दी. हत्या मामले में मृतक की पत्नी के बयान के आधार पर 6 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज किया गया है. इन नामजद आरोपियों में घायल अधिवक्ता कासिम हुसैन उर्फ डॉलर साहब, कुख्यात अपराधी मंटू शर्मा, प्रॉपर्टी डीलर विक्रांत शुक्ला उर्फ विक्कू शुक्ला, शेरू अहमद, गोविंद कुमार और रंजय उर्फ ओमकार सिंह का नाम शामिल है.
हत्याकांड के पीछे कई राज
मृतक की पत्नी ने इन लोगों पर हत्या की साजिश करने का आरोप लगाया है. हालांकि इस हत्याकांड के पीछे कई राज भी हैं. जिनकी कड़ियां CID आपस में जोड़ने की कोशिश कर रही है. दरअसल, हत्या के पीछे कल्याणी की जमीन वजह हो सकती है जिसे आशुतोष शाही ने खरीदा था. इस जमीन के लिए आशुतोष शाही कई लोगों से अनबन हो गई थी. इसके अलावा 2017 में मेयर समीर कुमार की हत्या भी जमीन को लेकर हुई थी. समीर कुमार की हत्या भी उसी जगह के आस-पास हुई थी. जहां आशुतोष को मारा गया. समीर कुमार हत्याकांड में आशुतोष का भी नाम आया था, लेकिन उन्हें जमानत मिल गई थी. दरअसल अशुतोष शाही के साथ समीर कुमार और बिक्कु शुक्ला एक साथ जमीन का कारोबार करते थे. इस बीच कल्याणी की जमीन का बड़ा डील हुआ जिसनें आशुतोष के अलावा एक बड़े नेता भी पैसा लगाया.
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