नालंदा न्यूज़: भीषण सड़क हादसे में एकंगरसराय के शंकर का पूरा परिवार उजड़ गया. शाम परिवार के साथ मेला जाने की योजना बनी थी. रातभर घर के लोग इसकी तैयारी में लगे थे. कुछ रिश्तेदारों को भी बुलाया गया था. सुबह में परिवार के लोग स्कॉर्पियो पर सवार होकर राजगीर जा रहे थे. गाड़ी में बच्चों की किलकारियों गूंज रही थी. अचानक उनकी किलकारी चीख में बदल गयी. एकंगरसराय के लोगों की माने तो शंकर ने काफी मेहनत कर अपना व्यवसाय खड़ा किया. इस घटना ने पूरे परिवार को आफत में डाल दिया.
बाजारवासियों की माने तो शंकर ने एकंगरसराय चौराहे पर छोटी सी सब्जी की दुकान से शुरूआत की थी. वह काफी हंसमुख और मिलनसार था. उसके इन्हीं गुणों की वजह से धीरे-धीरे उसकी दुकान चल पड़ी. अब तो वह मौसमी फलों को थोक व खुदरा व्यापार करने लगा था. घर में हंसी-खुशी का माहौल था. इस खुशी को न जाने किसकी ग्रहण लग गयी. पत्नी पिंकी देवी अपने छोटे-छोटे दो पुत्रों को सीने से लगाकर विलाप कर रही है. पति के जाने के साथ दोनों बच्चों की परवरिश की भी चिंता सतायी जा रही है. उसके घर पर शोक प्रकट करने वाले लोगों का तांता लगा हुआ है. एकंगरसराय के लोग इस घटना से स्तब्ध रह गये हैं.
हादसे की जानकारी मिलते ही एकंगरसराय में शोक
हरसिंगरा मोड़ के पास की सुबह हादसे में तीन लोगों की मौत जानकारी मिलते ही एकंगरसराय बाजार में शोक की लहर दौड़ गयी. व्यवसायियों ने शोक सभा का आयोजन कर मृतकों को श्रद्धांजलि दी. शोक प्रकट करने वालों में सर्वेश प्रसाद, किरण देवी, पूनम कुमारी, सरिता देवी, राजीव प्रसाद सिंह, सुभाष कुमार सिन्हा, रामभूषण दयाल, विनोद यादव, बृजकिशोर सिंह, गौरव चंद्रवंशी, अनिल प्रसाद आदि शामिल हैं.