बिहार

पढ़ाई के लिए एक किमी दूर जाते हैं उगहनी गांव के बच्चे

Admin Delhi 1
26 April 2023 10:49 AM GMT
पढ़ाई के लिए एक किमी दूर जाते हैं उगहनी गांव के बच्चे
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बेगूसराय न्यूज़: कैमूर पहाड़ी के तराई में स्थित उगहनी गांव का महादलित टोला बुनियादी सुविधाओं से वंचित है. यहां सड़क, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी सुविधाएं भी लोगों को नहीं मिल रही है.

उगहनी गांव से डेढ किलोमीटर दक्षिण कैमूर पहाड़ी के नीचे स्थित महादलित टोला में रह रहे लोग बुनियादी सुविधाओं के अभाव में घूंट-घूंट कर जी रहे हैं. यहां 220 मतदाता हैं. इस महादलित टोला में लगभग 640 की आबादी है. यहां प्राथमिक विद्यालय भी नहीं खोले गए. जिस कारण बच्चों को पढ़ाई के लिए कोसों दूर जाना पडता है.अभी भी यहां के नौनिहाल खेत में चूहे पकड़ने का काम करते हैं. कभी जंगलों से पतियां तोड़ कर पत्तल बनाते हैं तो कभी दातुन तोड़कर आसपास के इलाके में बेचते हैं. ग्रामीण शंभू मुसहर ने बताया कि डेढ़ किलोमीटर दूर स्कूल है. अगर किसी की अचानक तबीयत खराब हो जाती है तो उन्हें खाट पर लादकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चेनारी ले जाया जाता है.

गांव में कोई स्वास्थ्य केंद्र नहीं है. गांव के मुख्य गलियां में ईंट काफी पूर्व बिछाए गए थे. जो टूट-टूट कर बिखर गए हैं. आसपास गंदगी का अंबार लगा हुआ है. चारों तरफ सुअरों के चिल्लाने और उनके शौच से सड़कें पटी पड़ी हैं. गंदगी के कारण प्रत्येक साल यहां डायरिया भी होते हैं.

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