बिहार

पटना के बच्चों को खेलाएगी एल्बेंडाजोल की गोली

SANTOSI TANDI
21 Sep 2023 7:24 AM GMT
पटना के बच्चों को खेलाएगी एल्बेंडाजोल की गोली
x
एल्बेंडाजोल की गोली
बिहार: जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में कृमि दिवस पर बच्चों को कृमि नाशक दवा एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी. प्राइमरी से प्लस टू तक के स्कूली बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जानी है.
किसी कारणवखाने से वंचित रह गए बच्चों के लिए 27 सितंबर को मॉक-ऑप दिवस पर इसे खिलाई जाएगी. बच्चों को इस को गोली घर ले जाने नहीं देना है. शिक्षकों की मौजूदगी में ही बच्चों की उम्र के हिसाब से दवा का सही डोज खिलाया जाना है. इसके लिए मेडिकल टीम भी गठित की गई है. स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि कृमि का तो ज्यादा असर कम उम्र में ही होती है. शरीर कृमि होने से खून की कमी, कुपोषण, भूख न लगना, बेचैनी, पेट दर्द, उल्टी और दस्त व वजन में कमी जैसी परेशानियां पैदा होती है. बच्चों को दवा देने से पहले सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापक,सहायक शिक्षक प्रशिक्षित किया जाना है. डीईओ ने इसे लेकर जरूरी निर्देश सभी बीईओ को दिया है.
बच्चों को कृमि का दवा खिलाना जरूरी
कृमि संक्रमण चक्र की रोकथाम के लिए यह दवा सभी बच्चों को देना जरूरी है. आपके बच्चों में कृमि संक्रमण का प्रभाव तुरंत दिखाई न दे, लेकिन उनके स्वास्थ्य व शिक्षा और सम्पूर्ण विकास को लंबे समय तक नुकसान पहुंचा सकते हैं. कृमि की दवा (एल्बेंडाजोल) के सेवन से बच्चों के संपूर्ण शारीरिक और मानसिक विकास में मदद मिलती है. बच्चों को दवा चबाकर खाना चाहिए. यह दवा प्रारंभिक से लेकर उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के सभी बच्चों को देना है.
बचाव के तरीके अपनाने से नहीं होंगे कृमि
कृमि से बचाव के लिए बच्चों को स्वच्छता को अपनाना होगा. हाथ के नाखूनों में गंदगी नहीं हो इसका ध्यान रखें. खुले में शौच में जाने से कई प्रकार के जीवाणु हवा के माध्यम से हमारे शरीर में चले जाते हैं. ऐसे में खुले में शौच करना बंद करना होगा. यह खेत में लगी फसलों आलू, हरी सब्जी, फल सहित अन्य माध्यम से यह हमारे खासकर बच्चों के शरीर में पहुंच जाते हैं. फल और सब्जियों की अच्छी तरह से धुलाई नहीं होना या खाना खाने से पहले हाथ की धुलाई सही तरीके से नहीं करने और शौचालय से आने के बाद हाथ की धुलाई नहीं करने आदि से भी कृमि हमारे शरीर में पहुंच जाती है.
Next Story