बिहार

बुनकरों के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की यह घोषणा, डॉक्टर और मरीज पहनेंगे हैंडलूम व खादी के पोशाक

Renuka Sahu
8 Aug 2022 2:39 AM GMT
Chief Minister Nitish Kumar made this announcement for weavers, doctors and patients will wear handloom and khadi clothes
x

फाइल फोटो 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घोषणा की है कि सरकारी गेस्ट हाउस एवं सरकारी दफ्तरों में बुनकरों द्वारा निर्मित हैंडलूम और खादी से बनी चादर, परदा, तकिया के खोल की खरीद की जाएगी।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घोषणा की है कि सरकारी गेस्ट हाउस एवं सरकारी दफ्तरों में बुनकरों द्वारा निर्मित हैंडलूम और खादी से बनी चादर, परदा, तकिया के खोल की खरीद की जाएगी। चिकित्सकों व मरीजों के लिये पोशाक खरीदने का भी निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री सीएम सचिवालय में राष्ट्रीय हस्तकरघा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा हस्तकरघा एवं टेक्सटाइल क्षेत्र के विकास के लिए बिहार के टेक्सटाइल एवं लेदर पलिसी 2022 लायी गयी है। इससे वस्त्रत एवं चमड़ा प्रक्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार भी बढ़ेगा। बुनकर भाई भी इसका लाभ उठायें।

उद्योग विभाग लाएगा योजना
उन्होंने यह भी कहा कि हस्तकरघाओं को उन्नत करने के लिए उद्योग विभाग अलग से समेकित योजना लाएगा। नये डिजाइन के कपड़े तैयार करने के लिए लूम में नई फीटिंग आदि की व्यवस्था की जायेगी। इसके लिए सभी को ट्रेनिंग भी दी जायेगी। उन्होंने कहा कि विद्युत करघा के उन्नयन के लिये नई योजना लायी जायेगी। नई तकनीक के उपयोग से बिजली की कम खपत होगी और उत्पादन भी अधिक होगा।
सीएम ने कहा कि राज्य सरकार की हमेशा मंशा रही है कि हस्तकरघा उद्योग को बढ़ावा दिया जाये, ताकि बुनकरों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो। राज्य सरकार ने इसके लिए अनेक कदम उठाये हैं। बिहार के अस्पतालों में बुनकरों द्वारा तैयार की गयी सतरंगी चादर का इस्तेमाल किया जा रहा है। सातों दिन अलग-अलग रंग के चादरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। अब-तक सात लाख से अधिक सतरंगी चादरें बनायी गयी हैं।
लूम पर 90 फीसदी अनुदान
सीएम बोले, चादर बनाने के लिए बड़े और चौड़े फ्रेम वाले लूम की जरूरत है। इसलिए बुनकरों को 68 इंच के बड़े फ्रेमलूम को खरीदने के लिये राज्य सरकार 90 प्रतिशत अनुदान दे रही है। इस राशि से बुनकर अपने पुराने हस्तकरघों को 68 इंच बड़े फ्रेमलूम में परिवर्तित कर रहे हैं। इससे वस्त्रत्त् निर्माण और अधिक होगा, उसकी मांग बढ़ेगी और बुनकरों को इसका लाभ मिलेगा। अभी तक 381 बुनकरों ने इसका लाभ लिया है।
Next Story