मधुबनी: सदर अस्पताल के ओपीडी में मरीजों की भारी भीड़ जुटी. इस वजह से कईबार ओपीडी के रजिस्ट्रेशन काउंटर से लेकर गायनिक वार्ड तक में अफरातफरी का माहौल बना. सुबह नौ बजे से ही मरीजों की भीड़ बढ़ने लगी. सबसे अधिक भीड़ गायनिक वार्ड के बाहर लगी थी. ओपीडी बंद रहने की वजह से एएनसी जांच के लिए आने वाली तमाम गर्भवती ओपीडी पहुंची, अत्यधिक भीर की वजह से महिलाओं को ओपीडी के बाहर तक आकर कतार लगाने की मजबूरी बन गई.
भीड़ को संभालने में सुरक्षा में लगे कर्मियों को भी काफी मशक्त का सामना करना पड़ा. गायनिक विभाग में सबसे अधिक करीब दो सौ से अधिक महिलाएं पहुंची. इस वजह से वहां पर कई बार हो-हंगामा की नौबत बन गई. एक महिला के परिजन बबलू शर्मा ने बताया कि वहां पर एक सुरक्षा में लगे गार्ड
उनकी बीमार पत्नी पर डंडा चला दिया. इस वजह से वहां पर कुछ देर के लिए माहौल खराब हो गया. हालांकि बाद में समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया गया.
इसके अलावा ओपीडी के ऊपर के फ्लोर पर भी दवा लेने के लिए मरीजों को कड़ी मशक्त करनी पड़ी. ओपीडी काउंटर पर मौजूद ऑपरेटर ने बताया कि मरीजों की पर्ची पर लिखी दवाओं को ऑनलाइन ही दिया जाना है, इस वजह से कुछ समय लगता है.
डॉक्टरों ने काला बिल्ला लगाकर किया काम
सदर अस्पताल के ओपीडी सहित अन्य जगहों पर डॉक्टरों ने काला बिल्ला लगाकर काम किया. ओपीडी के बाहर सिविल सर्जन डॉ. नरेश कुमार भीमसरिया सहित डॉ. कुणाल कौशल, डॉ. डीके झा, डॉ. शंकर कुमार, डॉ. संजीव कुमार झा सहित कई अन्य डॉक्टरों ने बांह पर काला बिल्ला बांधकर विरोध जताया.
इन डॉक्टरों ने बताया कि सिवान के वसंतपुर में डॉ. अजित के साथ वहां के जिला परिषद रेणु यादव ने मारपीट किया. इसकी भर्त्सना करते हुए और को सभी काला बिल्ला लगाकर काम करेंगे.