पटना न्यूज़: ज्यादा उम्र में शादी होना, प्रसव दर्द सहन करने के प्रति डर व मोटापा के कारण प्रसव के दौरान ऑपरेशन के मामले बढ़ रहे हैं. कॅरियर के प्रति सजगता के कारण अब शादियां 30 साल के बाद लड़कियां कर रही हैं. ऐसे में प्रसव के दौरान जटिलता बढ़ी है और ऑपरेशन के मामले भी बढ़े हैं.
यह बातें पटना में ऑब्सटेट्रिक्स एंड गॉयनिक सोसाइटी की ओर से आयोजित महिला रोग विशेषज्ञों के तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला ‘लेबरकॉन’ में फॉग्सी महासचिव डॉ.माधुरी पटेल ने कही. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि सिजेरियन की जगह सामान्य प्रसव के लिए केंद्र सरकार गाइडलाइन जारी करे. मौके पर फॉग्सी अध्यक्ष डॉ.ऋषिकेश पाई ने ‘फॉग्सी वाइस प्रेसिडेंट कांफ्रेंस 2023’ के बैनर तले आयोजित सफल कार्यशाला के लिए आयोजक फॉग्सी उपाध्यक्ष अलका पांडेय को बधाई दी. लेबरकॉन की प्रेस एवं मीडिया कमेटी अध्यक्ष डॉ.रजनी शर्मा ने कहा कि कार्यशाला के दूसरे दिन ऑफलाइन छह सौ और वर्चुअल माध्यम से लगभग डेढ़ सौ डॉक्टर कार्यशाला में शामिल हुए.
सांसद ने किया उद्घाटन तीन दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन शाम को पटना साहिब के सांसद रविशंकर प्रसाद, बॉलीवुड अभिनेत्री पद्यमिनी कोल्हापुरी, लेफ्टिनेंट जनरल ज्ञान भूषण और यूनिसेफ के शिवेन्द्र पांड्या ने संयुक्त रूप से किया. इस मौके पर वक्ताओं ने महिला स्वास्थ्य के लिए डॉक्टरों द्वारा किए जाने वाले प्रयास की सराहना की. उन्होंने कहा कि महिलाओं का स्वस्थ रहना समाज की मजबूती के लिए बेहद जरूरी है.