बिहार

स्नातक में सीबीसीएस से होगी पढ़ाई, पटना विवि के आधार पर होगी तैयारी

Admin Delhi 1
28 March 2023 2:32 PM GMT
स्नातक में सीबीसीएस से होगी पढ़ाई, पटना विवि के आधार पर होगी तैयारी
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भागलपुर न्यूज़: टीएमबीयू में स्नातक में अब नये सत्र 2023-26 से सीबीसीएस (च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम) से पढ़ाई शुरू होगी इसमें अब वार्षिक की जगह सेमेस्टर सिस्टम आधारित हर छह महीने में परीक्षा होगी यानी तीन साल के कोर्स में अब छह परीक्षाएं होंगी इसको लेकर सभी डीन को तैयारी करने का निर्देश दिया गया है प्रतिकुलपति की अध्यक्षता में हुई बैठक में बैठक में प्रभारी डीएसडब्ल्यू डॉ. बिजेन्द्र कुमार, सीसीडीसी डॉ. अतुल चंद्र घोष, मानविकी के डीन प्रो. उदय कुमार मिश्रा, सोशल साइंस के डीन प्रो. संजय कुमार झा और कॉमर्स के डीन डॉ. पवन कुमार सिन्हा शामिल हुए

इस नई व्यवस्था में परीक्षा अब क्रेडिट सिस्टम पर आधारित होगी तीन साल में छह-छह महीने पर कुल छह परीक्षाएं होंगी खास बात होगी कि इसमें एक संकाय के छात्र दूसरे संकाय के भी विषय की पढ़ाई कर सकेंगे सीबीसीएस में भी विषयों का ग्रुप होगा अंक प्रतिशत की जगह क्रेडिट मिलेगा और रिजल्ट डिवीजन के बदले ग्रेड में आएगा डीएसडब्ल्यू ने बताया कि पटना विवि ने पहले से इसे लागू कर दिया है इसलिये वहीं के सिलेबस और रेगुलेशन को करीब-करीब यहां भी लागू किया जायेगा यह राज्य का दूसरा विवि होगा जो इसे लागू करने जा रहा है यह भी कहा गया कि सभी विषयों के सिलेबस तो पटना के आधार पर तैयार किया जा रहा है लेकिन तीन विषय आईआरपीएम, ग्रामीण अर्थशास्त्रत्त् और गांधी विचार का सिलेबस सीबीसीएस के अनुसार तैयार नहीं है, इसलिये उसे तैयार करने के लिये यहां के विभागाध्यक्षों को भेजा गया है अन्य विषयों के सिलेबस भी विभागाध्यक्षों को भेज दिया गया है डीएसडब्ल्यू ने बताया कि पूरा कोर्स कुल 140 क्रेडिट सिस्टम का होगा बिना प्रैक्टिकल वाले विषय के हरेक पेपर में 6 क्रेडिट अंक रहेंगे प्रैक्टिकल वाले विषय में हरेक पेपर में 4 क्रेडिट अंक सैद्धांतिक और 2 अंक प्रैक्टिकल का होगा कोर्स में परीक्षा के बाद अब रिजल्ट ग्रेड के आधार पर मिलेगा इसमें सबसे बेहतर ग्रेड 90-100 अंक पर ‘ओ’ ग्रेड आउटस्टैंडिंग, 80-89 ‘ए प्लस’ ग्रेड एक्सीलेंट, 75-79 ‘ए ग्रेड’ वेरी गुड, 70-74 ‘बी प्लस’ ग्रेड गुड, 60-69 ‘बी’ ग्रेड औसत से बेहतर, 55-59 ‘सी’ ग्रेड औसत, 45-54 ‘पी ग्रेड’ पास, 45 से कम अंक ‘एफ’ ग्रेड फेल के रूप में जाना जायेगा नामांकन संभावित रूप से पहले की प्रक्रिया के अनुसार होनी चाहिये लेकिन जल्द ही उसपर निर्णय लिया जायेगा

क्या है सीबीसीएस

शिक्षा को पहले से बेहतर करने के लिये यूजीसी द्वारा सीबीसीएस (च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सस्टिम) लाई गई है सीबीसीएस स्नातक में लागू की जाने वाली एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें पढ़ाई और उसकी परीक्षा सेमेस्टर के अनुसार होगी यानी साल में दो परीक्षा और तीन साल में छह परीक्षा होगी विषयों की पढ़ाई क्रेडिट के आधार पर होगी प्रत्येक विषय की पढ़ाई क्रेडिट के आधार पर होगा इसमें रिजल्ट भी प्रतिशत में नहीं बल्कि प्रतिशत के आधार पर ग्रेडिंग के रूप में दिये जायेंगे खास बात यह होगी कि इसमें विविध संकायों में पढ़ाई की खुली छूट होगी

बदल जायेंगे अब पेपर के नाम, उसी आधार पर होगी परीक्षा

सीबीसीएस आधार पर होने वाली पढ़ाई में अब पेपर का नाम भी बदल जायेगा और उसी आधार पर पेपर की परीक्षाएं भी होंगी पहले सेमेस्टर में सीसी 1, सीसी 2, एईसीसी 1, जीई 1, दूसरे सेमेस्टर में सीसी 3, सीसी 4, एईसीसी 2, जीई 2, तीसरे सेमेस्टर में सीसी 5, सीसी 6, सीसी 7, एईसी या एसईसी 1, चौथे सेमेस्टर में सीसी 8, सीसी 9, सीसी 10, एईसी या एसईसी 2 और जीई 4, पांचवें सेमेस्टर में सीसी 11, सीसी 12, डीएसई 1, डीएसई 2 तथा छठे सेमेस्टर में सीसी 13, सीसी 14, डीएसई 3 व डीएसई 4 पेपर की पढ़ाई होगी जीई यानी जेनरिक इलेक्टिव पेपर में ही एक से ज्यादा संकाय का पेपर चयन करने की सुविधा रहेगी.

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