पटना न्यूज़: राज्यभर की सभी पंचायतों की रोकड़ बही की अब हर माह जांच होगी. यह जांच माह के प्रथम सप्ताह में होगी. पंचायती राज विभाग ने पंचायती राज संस्थाओं को 15वां वित्त, छठा राज्य वित्त, राज्य योजना, राज्य मद एवं अन्य मदों की हस्तांतरित राशि के समुचित लेखा संधारण एवं विकास कार्यों में सदुपयोग को लेकर यह फैसला किया है.
लेखापाल सह आईटी सहायक को पंचायतों की रोकड़ बही की हर माह जांच का जिम्मा विभाग ने सौंपा है. हर चार पंचायत पर तैनात एक लेखापाल सह आईटी सहायक माह की समाप्ति पर अगले माह के प्रथम सप्ताह में रोकड़,बही की जांच कर उसकी रिपोर्ट कार्यपालक पदाधिकारी एवं संबंधित ग्राम पंचायत के सचिव को भेजते हुए पोर्टल पर अपलोड करेंगे. अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह ने सभी जिलाधिकारी एवं सभी जिला पंचायती राज पदाधिकारी को आदेश निर्गत किया है. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना एवं मुख्यमंत्री ग्रामीण गली-नली पक्कीकरण निश्चय योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए हर चार पंचायतों पर एक लेखापाल सह आईटी सहायक संविदा पर नियोजित किये गये हैं. ताजा जारी आदेश में लेखापाल सह आईटी सहायक के दायित्वों का विस्तार करते हुए इन्हें 11 सूत्री जिम्मेदारी सौंपी गयी है. इसके आधार पर हर माह इनके कार्यों की समीक्षा होगी.
रोकड़ बही की जांच के साथ ही लेखापाल सह आईटी सहायक हर महीने के पहले सप्ताह में इस बही से संबंधित पंचायत के बैंक खातों का भी मिलान करेंगे. इसके बाद बैंक समाधान विवरणी तैयार कर प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी एवं संबंधित ग्राम पंचायत के पंचायत सचिव को उपलब्ध करायेंगे. लेखापाल सह आईटी सहायक प्रत्येक माह पंचायत सचिवों द्वारा संधारित अभिलेखों की भी समीक्षा कर अपनी रिपोर्ट देंगे. अपने क्षेत्र की ग्राम पंचायतों का समय पर अंकेक्षण कराने तथा उपयोगिता प्रमाण पत्र समर्पित करने की जिम्मेवारी भी इन्हीं की होगी. पंचायत सचिवों के माध्यम से ग्राम पंचायतों का समुचित लेखा प्रबंधन का दायित्व भी इन्हीं को दिया गया है. जिला पंचायती राज पदाधिकारी हर माह कुल 16 बिंदुओं पर लेखापाल सह आईटी सहायक से रिपोर्ट लेंगे.