इंटर और मैट्रिक कॉपी जांच में योगदान नहीं देने वाले 400 से अधिक परीक्षकों पर होगा केस
नालंदा: जिले में 400 से अधिक परीक्षकों पर प्राथमिकी होगी. इसके लिए इंटर और मैट्रिक कॉपी जांच में योगदान नहीं देने वाले परीक्षकों की सूची बोर्ड को भेजी गई है. इंटर परीक्षा की कॉपियों की जांच जिले में छह केन्द्रों पर चल रही है. इंटर कॉपियों की जांच में एक सप्ताह बाद भी योगदान नहीं देने वाले परीक्षकों की सूची अभी पहले चरण में भेजी गई है. इसके साथ ही मैट्रिक मूल्यांकन केन्द्रों पर भी योगदान नहीं देने वाले परीक्षकों की सूची मांगी गई है. इंटर कॉपी जांच की सुस्ती पर बोर्ड ने सख्ती करते हुए मुजफ्फरपुर समेत सभी जिलों के डीईओ से ऐसे परीक्षकों की संख्या व नाम-पते के साथ रिपोर्ट मांगी थी. जिले में मूल्यांकन केन्द्रों पर योगदान नहीं देने वाले में अधिकांश कॉलेज के शिक्षक हैं. इंटर कॉपी जांच में छह मूल्यांकन केन्द्रों पर 1100 परीक्षक लगाए गए हैं, जिसमें 279 ने योगदान नहीं दिया. इस वजह से कॉपी जांच की रफ्तार धीमी है.
प्राचार्य के खिलाफ राज्यपाल को आवेदन: रामेश्वर कॉलेज के नये प्राचार्य डॉ. व्यास नंदन शास्त्रत्त्ी के खिलाफ शैलेंद्र कुमार नाम के व्यक्ति ने राज्यपाल और कुलपति को आवेदन दिया है. इसमेें प्राचार्य के खिलाफ वित्तीय गड़बड़ी का आरोप लगाया है. आरोप पर प्राचार्य डॉ. व्यासनंदन शास्त्रत्त्ी ने कहा है कि प्राचार्य पद पर मनोनयन के बाद कुछ लोगों ने मेरी छवि धूमिल करने के लिए यह गलत आरोप लगाया है.