मुजफ्फरपुर न्यूज़: आईजीआईएमएस में मेडिकल फिजिक्स विभाग और स्टेट कैंसर संस्थान ने कार्यशाला का आयोजन किया. चिकित्सा अधीक्षक सह उप निदेशक (प्रशासन) डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि कार्यशाला का उद्देश्य कैंसर मरीजों के इलाज में रेडियेशन (जिसे आम भाषा में सेकाई कहते है) के बारे में बताना है. कहा कि रेडिएशन से कम समय में कैंसर मरीजों को ज्यादा फायदा होता है.
मुंबई के भाभा एटॉमिक अनुसन्धान केंद्र के डॉ. सुनील दत्त शर्मा, चेन्नई के अपोलो प्रोटोन संस्थान के डॉ. दयानन्द शर्मा, डॉ. साई सुब्रमणियम, असम के डॉ. जिबोन शर्मा, कोलकाता के डॉ. अलोक सहित अन्य नामचीन चिकित्सकों ने कार्यशाला में अपने अनुभव साझा किये. वहीं बिहार के दो फैकल्टी डॉ. सुनील दत्त शर्मा और डॉ. अलोक कुमार को मेडिकल फिजिक्स के क्षेत्र में लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया गया. मौके पर संस्थान के निदेशक डॉ. बिंदे कुमार, स्टेट कैंसर संस्थान के चीफ डॉ. राजेश कुमार सिंह, सेक्रेटरी डॉ. संतोष कुमार, कार्यक्रम समन्वयक डॉ. राजीव रहे.
बवासीर का पहली बार लेजर से ऑपरेशन
पीएमसीएच के सर्जरी विभाग में पहली बार बवासीर और फिशर (भगंदर) के एक-एक मरीज का ऑपरेशन लेजर विधि से बिना चीर-फाड़ के किया गया. सर्जरी विभाग के यूनिट इंचार्ज डॉ. एम सरफराज आलम के नेतृत्व में डॉ. दीपिका, डॉ. रवि रंजन, डॉ. विवेक और डॉ. शैलजा द्वारा यह सफल ऑपरेशन किया गया.
पटना निवासी 37 वर्षीय शिवशंकर साह के बवासीर का और 30 वर्षीय साजिद अंसारी के भगंदर का ऑपरेशन किया गया. डॉ. एम सरफराज ने बताया कि तीन दिन बाद दोनों को डिस्चार्ज कर दिया गया. यह ऑपरेशन पूरी तरह से निशुल्क किया गया. कहा कि स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने भी इस ऑपरेशन के लिए उन्हें बधाई दी है.