बिहार

मोतिहारी जिले में बच्चों को कुपोषण से बचाने का अभियान शुरू

Admindelhi1
21 March 2024 7:07 AM GMT
मोतिहारी जिले में बच्चों को कुपोषण से बचाने का अभियान शुरू
x
सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी कुपोषण को खत्म करने की कई चुनौतियां सामने आती रही

मोतिहारी: बेहतर पोषण प्राप्त करना सभी का समान अधिकार है. इसको लेकर राज्य सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं भी चलायी जा रही है. सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी कुपोषण को खत्म करने की कई चुनौतियां सामने आती रही. इसको ध्यान में रखते हुए केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने कुपोषण से लड़ने के लिए 2018 में पोषण अभियान की शुरुआत की.

प्रत्येक वर्ष महीने में पोषण पखवाड़ा का आयोजन किया जाता है. इस बार 9 से 23 तक राज्य में पोषण पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है. इस बाबत निदेशक, आईसीडीएस निदेशालय डॉ. कौशल किशोर ने सभी जिला प्रोग्राम पदाधिकारी एवं बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को पत्र जारी कर जरूरी निर्देश दिए हैं.

आईसीडीएस डीपीओ विनीता कुमारी ने कहा कि पोषण पखवाड़ा के दौरान समग्र रूप से व्यक्तिगत और सामुदायिक स्तर पर व्यवहार परिवर्तन के माध्यम से गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली मां, किशोरियों एवं 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में पोषण स्तर में आपेक्षित सुधार लाने एवं 3-6 वर्ष के बच्चों के प्रारंभिक देखभाल एवं शिक्षा के प्रति समुदाय को संवेदनशील बनाने के लिए जन भागीदारी से गतिविधियों का आयोजन कर जन आन्दोलन का रूप देने का प्रयास है.

तीन विषयों पर गतिविधियां होंगी आयोजित: डीपीओ विनीता कुमारी ने बताया पोषण भी, पढ़ाई भी- इस थीम अंतर्गत पोषण के साथ-साथ प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा के तहत 3-6 वर्ष के बच्चों के सर्वांगीण विकास एवं स्कूल जाने से पहले की तैयारी करने के लिए जागरूक करना है. समुदाय को पोषण के प्रति जागरूक करने के लिए पारंपरिक और स्थानीय आहार विविधता को अपनाने के लिए जागरूक करना है. गर्भवती/धात्री महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर करने एवं शिशु तथा बच्चों के आहार संबंधी व्यव्हार का अभ्यास कराने के लिए जागरूक करना है.

जागरूकता जरूरी: पत्र में बताया गया है कि मिशन लाई के अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्रों में वर्षा जल संचयन टिकाऊ खाद्य प्रणालियों एवं आयुष प्रथाओं के माध्यम से स्वस्थ्य जीवनशैली अपनाने के लिए अनीमिया, वाश एवं डायरिया प्रबंधन पर भी जागरूकता किया जानी है. 9-23 तक पोषण पखवाड़ा का सफलतापूर्वक आयोजन करना है.

रते हुए प्रतिदिन के प्रतिवेदनों व आंकड़ों को जन-आन्दोलन डैश-बोर्ड पर अपलोड करना सुनिश्चित करना है.

Next Story