मुजफ्फरपुर न्यूज़: राज्य में बाढ़ पूर्व तैयारियों को लेकर सुगबुगी आरंभ हो गई है. जल संसाधन विभाग ने बाढ़ को लेकर संवेदनशील स्थलों की पहचान करने का निर्देश सभी जिलों को दिया है. साथ ही ऐसे संवेदनशील स्थलों की जानकारी मांगी है. यह जानकारी मुख्यालय ने सभी बाढ़ प्रमंडलों से मांगी है.
बाढ़ प्रमंडलों को शीघ्र ही संवेदनशील स्थलों की सूची भेज देनी होगी. बाढ़ 2023 के पूर्व चिन्हित संवेदनशली स्थलों पर कटाव निरोधक कार्य जल्द ही प्रारंभ होने वाली है. निविदाओं की प्रक्रियाएं पूर्ण की जा रही हैं. सभी योजनाओं को 15 मई 2023 तक पूर्ण कराने का लक्ष्य रखा गया है. गौरतलब है कि बाढ़ आने के पहले इसको लेकर सभी स्थलों को दुरुस्त किया जाना है. खासतौर से बाढ़ को लेकर संवेदनशील स्थलों पर विशेष तथा पुख्ता बंदोबस्त किये जाने हैं. इसको लेकर जल संसाधन विभाग की पूरी कार्ययोजना तैयार है. अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय की जा चुकी है. 1 जून से बिहार में बाढ़ अवधि आरंभ हो जाएगी. पहले बाढ़ अवधि 15 जून से आरंभ होती थी लेकिन अब 1 जून से ही यह अवधि मानी गयी है. 31 अक्टूबर तक बाढ़ अवधि मानकर इससे बचाव के तमाम कार्य निरंतर जल संसाधन विभाग द्वारा किये जाते हैं.
पिछले साल 334 संवेदनशील स्थलों की हुई थी पहचान
वर्ष 2022 में राज्यभर में बाढ़ लाने वाले 334 स्थलों की पहचान की गई थी. बाढ़ अवधि के पहले इन सारे स्थलों को दुरुस्त कर लिया गया था. समस्तीपुर प्रक्षेत्र में 80, पटना में 60, डेहरी में 01, वीरपुर में 63, कटिहार में 46, मुजफ्फरपुर में 36 और गोपालगंज प्रक्षेत्र में 48 स्थलों को संवेदनशील घोषित किया गया था. इन्हें दुरुस्त भी किया गया है. इनको लेकर कुल 334 योजनाएं चिह्नित की गई थीं.