रोहतास न्यूज़: शराब मामलों को ले गिरफ्तारी में जहां भागलपुर जिला बिहार में नंबर वन पर है. जबकि शाहाबाद के कुल चार जिलों में गिरफ्तारी में नंबर वन पर बक्सर व अंतिम पायदान चार नंबर पर भोजपुर जिला शामिल है.
ट्रेनों से शराब की ढुलाई के बावजूद गिरफ्तारी में रेल पुलिस फिसड्डी साबित हुई है. दिसंबर महीने में राज्यभर में हुई गिरफ्तारी को ले पुलिस मुख्यालय ने समीक्षा की है. समीक्षा में पता चला है कि गिरफ्तारी के साथ शाहाबाद में नंबर वन पर बक्सर, नम्बर दो पर कैमूर, नंबर तीन पर रोहतास व अंतिम पायदान पर भोजपुर जिला शामिल है. ये सभी गिरफ्तारी जिले की पुलिस व एंटी लीकर टास्क फोर्स (एएलटीएफ) की टीम ने की है.
कई जिला पुलिस को सुधार का मिला टास्क जिन जिलों में गिरफ्तारी कम है, मुख्यालय द्वारा वहां की पुलिस को सुधार करने को कहा है. मुख्यालय ने गिरफ्तारी में सबसे खराब प्रदर्शन रेल पुलिस पटना का बताया गया है, जहां दिसंबर महीने में सिर्फ 55 लोगों को ही गिरफ्तार किया जा सका. डेहरी, सासाराम जीआरपी भी पटना रेल पुलिस के अधीन है. गिरफ्तारी में रेल पुलिस भी फिसड्डी साबित हुई है. शराब को लेकर पहले दर्ज हुए कांड में फरार अभियुक्तों और कार्रवाई को ले मिले लक्ष्य में गिरफ्तारी की पुलिस मुख्यालय लगातार समीक्षा कर रहा है. शराब मामलों को ले खराब प्रदर्शन वाले जिलों के एसपी को खुद इसकी मॉनिटरिंग करने को मद्यनिषेध के अधिकारी ने कहा है.
ये हैं बेहतर प्रदर्शन वाले जिले बिहार में दिसम्बर माह में सबसे अधिक भागलपुर में गिरफ्तारी हुई है. यही कारण है कि गिरफ्तारी के मामले में भागलपुर जिला राज्य में नम्बर वन पर है. बक्सर जिले में 750 गिरफ्तारी, कैमूर में 564 गिरफ्तारी, रोहतास में 439, भोजपुर में 382 की गिरफ्तारी जिले की थाना व एलएटीएफ की टीम ने शराब मामले में की है.