पटना न्यूज़: बिहार में भीषण गर्मी में ट्रांसफार्मर जलने की लगातार शिकायतों आ रही हैं. बिजली कंपनी द्वारा जले हुए या खराब ट्रांसफार्मर 24 घंटे के अंदर बदलने की तैयारी शुरू की गयी है. सूत्रों के अनुसार सभी विद्युत अंचलों में अधीक्षण अभियंताओं को ट्रांसफार्मर जलने की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए तत्काल बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित करने की जवाबदेही सौंपी गयी है.
सभी विद्युत डिवीजन में कनीय अभियंताओं के दिशा-निर्देश में जले हुए ट्रांसफार्मर को चिन्हित करते हुए उसे बदलने की कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए बिजली कंपनी ने अतिरिक्त ट्रांसफार्मर की व्यवस्था पहले से रखने को कहा है. जिन अंचलों में आवश्यकता से अधिक ट्रांसफार्मर हैं, उनसे भी इसे लिया जा सकता है.
सूत्रों के अनुसार राज्य में वर्तमान में दिन का तापमान 43-44 डिग्री रहने के कारण ट्रांसफार्मर पर लोड बढ़ गया है. 63 केवी व 100 केवी के ट्रांसफार्मर पर उसकी क्षमता से अधिक लोड होने के कारण उसके जल जाने के मामले सामने आ रहे हैं. इन दिनों एसी, कूलर व अन्य बिजली के उपकरणों का उपयोग बढ़ गया है. खासकर, घनी आबादी व मार्केट में स्थित ट्रांसफार्मर में अधिक शिकायतें सामने आ रही है.
बिजली की खपत में हुई बढ़ोतरी राज्य में पीक आवर में 6290 मेगावॉट बिजली की आपूर्ति की गई. जबकि एक दिन पूर्व 6473 मेगावॉट बिजली की आपूर्ति पीक आवर में की गयी थी. सामान्य दिनों में राज्य में करीब 5000 मेगावॉट बिजली की खपत होती है. राज्य में वर्तमान में 7000 मेगावॉट से अधिक बिजली की उपलब्धता है.
ट्रांसफार्मर जलने पर 1912 पर करें फोन
राज्य के किसी भी इलाके में ट्रांसफार्मर के जलने व बिजली संबंधी अन्य शिकायतों को 1912 पर डायल कर शिकायत दर्ज कराया जा सकता है. इसके अतिरिक्त संबंधित इलाके के विद्युत डिवीजन कार्यालय में भी शिकायत दर्ज की जाती है.
बिजली कंपनी के पदाधिकारियों पर होगी कार्रवाई
सूत्रों ने बताया कि समय पर जले हुए बिजली के ट्रांसफार्मर बदलने की कार्रवाई नहीं करने वाले कनीय अभियंताओं पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी. इसके तहत उन्हें निंदन की सजा, वेतन वृद्धि पर रोक और निलंबन की कार्रवाई भी की जाएगी.