बिहार

खेलने के दौरान डूबने से भाई-बहन की मौत हुई

Admindelhi1
18 April 2024 5:53 AM GMT
खेलने के दौरान डूबने से भाई-बहन की मौत हुई
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मुंगेर: जैतपुर थाना क्षेत्र के बरदाहा मन में शाम खेलने के दौरान डूबने से भाई-बहन की मौत हो गयी, जिसकी पहचान सदर थाना क्षेत्र के गोबरसही डुमरी के मुन्ना पासवान के पुत्र सत्यम कुमार () और कृष्णा पासवान की पुत्री अनिशा कुमारी (7) के रूप में की गयी है.

पैक्स अध्यक्ष सह मुखिया पति प्रमोद सिंह, पंसस सुभाष कुमार, नीलकमल निक्कू आदि ने बताया कि गोबरसही डुमरी के मुन्ना पासवान का पुत्र सत्यम कुमार ननिहाल आया था. शाम में अपने मामा कृष्णा पासवान की पुत्री अनिशा कुमारी के साथ सत्यम खेलने के लिए घर से निकला था. खेलते-खेलते दोनों गांव के पीछे स्थित बरदाहा मन की तरफ चले गए, जहां पैर फिसलने से दोनों मन में डूब गये. देर शाम दोनों घर नहीं पहुंचे तो परिजन खोजबीन शुरू की. इसी दौरान मन में उपलाते हुए शव पर नजर पड़ी, जिसके बाद ग्रामीणों ने दोनों के शवों को बाहर निकाला. हादसे की सूचना पर पहुंची जैतपुर पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया. थानाध्यक्ष कुंदन कुमार ने बताया कि दोनों बच्चे घर से खेलते हुए मन की तरफ चले गए थे, जहां डूबने से दोनों की मौत हो गयी. परिजनों की ओर से आवेदन मिलने पर कार्रवाई की जाएगी.

गिरफ्तार सीओ के खिलाफ जांच बंद: रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़े गए कुढ़नी के तत्कालीन सीओ पंकज कुमार और चौकीदार प्रणव कुमार के खिलाफ निगरानी विभाग ने विशेष निगरानी कोर्ट में पूरक अंतिम आरोप पत्र दायर कर दिया है. इसको दायर करने के बाद निगरानी ने दोनों के खिलाफ जांच बंद कर दी है. निगरानी विभाग के एसपी ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव को इसकी रिपोर्ट भेजी है. इसमें बताया है कि पूरक अंतिम आरोप पत्र कोर्ट में समर्पित करते हुए कांड की जांच बंद कर दी गई है.

बता दें कि अब तत्कालीन सीओ पर विभागीय कार्रवाई शुरू की जा चुकी है. निगरानी विभाग की रिपोर्ट के आधार पर आगे की सुनवाई होगी. पिछले साल अगस्त में तुर्की अंचल कार्यालय परिसर में सुबह टहलने के दौरान निगरानी विभाग की टीम ने तत्कालीन सीओ को 40 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया था. उनके विरुद्ध मनकौना गांव के मिथिलेश कुमार ने निगरानी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. इसमें आरोप लगाया था कि उनकी डिसमिल जमीन पर से अतिक्रमण खाली कराने के लिए सीओ ने रिश्वत की मांग की. इसके बाद सीओ को रंगेहाथ रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया था. इसमें चौकीदार की भी संलिप्तता सामने आई थी.

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