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बड़ी खबर
बेगुसराय। बिहार में बेगुसराय के साहेबपुर कमाल प्रखंड के आहाेक घाट गंडक नदी पर बना पुल उद्घाटन से पहले ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। करीब 13 करोड़ 43 लाख रुपये की लागत से बना पुल रविवार की सुबह मिट्टी के दीवार की तरह गिर कर धराशायीहो गया। प्रदेश के पूर्व मंत्री सह बलिया (अब साहेबपुर कमाल विधानसभा) की तत्कालीन विधायक परवीन अमानुल्लाह की अनुशंसा पर बनाया गया था। इसका शिलान्यास साहेबपुर कमाल के पूर्व विधायक श्रीनारायण यादव ने 2016 ने किया था। पुल गिरने से लगभग 30 हजार की आबादी प्रभावित हुई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि साहेबपुर कमाल के विष्णुपुर आहोक पंचायत जाने के लिए पुल नहीं रहने पर अब लोगों को 15 से 20 किलोमीटर की दूरी तय कर खगड़िया जिला मुख्यालय होकर आना-जाना पड़ेगा। पुल निर्माण होने से लोगो में आशा जगी थी कि अब वे अपने क्षेत्र होकर ही कम समय में नदी पार कर गंतव्य तक पहुंच जाएंगे। पुल पर आवागमन भी हो रहा था। परंतु, इसका अब तक उद्घाटन नहीं हो पाया था।
इसी बीच रविवार के सुबह पुल के धराशायी होने की खबर मिली, जिससे लोगों में काफी आक्रोश देखने को मिला। पुल ध्वस्त होने की सूचना पर लोगों की भीड़ लग गई। सूचना पर पूर्व प्रमुख मनोज कुमार ने स्थिति को देख सीएम को पत्र लिखकर घटिया निर्माण करने वाले पर कार्रवाई करने एवं रुपये की उगाही व नए सिरे से पुल का निर्माण करवाने की मांग की है। वहीं, बेगूसराय के ज़िलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने कहा कि यह परियोजना 2016 में शुरू हुई थी और पाया नंबर 2-3 के बीच में दरार भी देखी गई थी जिसके बाद विभाग के अधिकारियों ने जांच के बाद शनिवार को बंद कर दिया था। यह घटना क्यों हुई उसकी जांच की जाएगी। अगर सरकारी राशि का दुरुगयोग हुआ है तो कर्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि नाबार्ड योजना से बूढ़ी गंडक नदी पर उच्च स्तरीय आरसीसी पुल का निर्माण 13 करोड़ 43 लाख रुपये की लागत से रकाया गया गया था। पुल की लंबाई 206 मीटर जबकि चौड़ाई साढ़े सात मीटर है। पुल की कार्य एजेंसी कार्यपालक अभियंता, ग्रामीण कार्य बिभाग कार्य प्रमंडल बलिया था।
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