कोरोना एक बार फिर से अपने पैर पसार रहा है. पूरे देश के साथ साथ उत्तर प्रदेश में भी दिन प्रतिदिन कोरोना के मामलों में वृद्धि हो रही है. इसकी के चलते अब सरकार भी अलर्ट मोड पर आ गई है. उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक स्वास्थ्य विभाग को निर्देश जारी किये हैं.
प्रदेश में बढ़ते कोरोना के मामले को देखते हुए उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के निर्देशों पर स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है. प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा से मिली जानकारी के मुताबिक, राज्य के सभी मंडलायुक्त, मंडलीय अपर निदेशक स्वास्थ्य, जिलाधिकारियों, मुख्य चिकित्सा अधिकारियों और चिकित्सालयों के प्रमुखों को कोरोना के संबंधित सभी तैयारियां पूरी करने के लिए कहा गया है. ताकि वक्त पर लोगों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सके. इनमें कोविड सैंपलिंग, सर्विलांस, संवेदीकरण गतिविधियां, रैपिड रिस्पांस टीम और चिकित्सालयों को निर्देशित किया गया है.
पार्थ सारथी सेन शर्मा ने बताया कि सरकार की तरफ से निर्देश दिए गए हैं कि कोविड सैंपलिंग को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाया जाए. साथ ही जीनोम सिक्वन्सिंग के लिए कोविड पॉजिटिव मरीजों के सैंपल माइक्रोबायोलॉजी लैब केजीएमयू भेजे जाएं और किसी भी मरीज में कोरोना के लक्षण मिलते ही 24 घंटे के अंदर परीक्षण किया जाए.
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए एक बार फिर से जनपदों में इन्टीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर को एक्टिव करने के निर्देश दे दिए गए हैं. इसके अलावा विदेश के आने वाले लोगों पर भी निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं और एयरपोर्ट पर भी कोरोना से संबंधित जांच की जाए.
आंकड़ों की बात करें तो उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 232 मामले सामने आए हैं. जिसमें लखनऊ में सबसे ज्यादा 52 केस आए.
क्रेडिट : ptcnews.tv