बक्सर न्यूज़: शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के परिसर में पिछले कई वर्षों से स्थित ब्लड बैंक को सदर अस्पताल परिसर में स्थानान्तरित कर दिया गया. अस्पताल के दूसरी मंजिल पर ब्लड बैंक को स्थापित किया गया है. यहां दुर्घटना, मारपीट व इमरजेंसी जैसे गंभीर केस लगभग हर दिन पहुंचती है. इतना ही नहीं अस्पताल में बड़ी तादाद में महिलाएं प्रसव के लिए पहुंचती है. ऐसे में गंभीर मरीज को तत्काल ब्लड चढ़ाने की जरूरत होने पर डॉक्टरों व कर्मियों को यहां से करीब 5 किलोमीटर दूर चक्कर लगाना पड़ता था. ऐसे में मरीजों को तत्काल ब्लड चढ़ाने में परेशानी होती थी. जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग व रेडक्रॉस के संयुक्त प्रयासों की देन है कि सदर अस्पताल के दूसरी मंजिल पर ब्लड बैंक के लिए एक अलग विभाग बनाया गया है जहां पूछताछ काउंटर के साथ सारी व्यवस्थाएं उपलब्ध है. डीएम अंशुल अग्रवाल ने ब्लड बैंक का उद्घाटन किया. इस दौरान कर्मी व वालंटियरों ने स्वैच्छिक तौर पर रक्तदान भी किया. उद्घाटन के मौके पर सदर एसडीओ धीरेंद्र कुमार मिश्रा, सिविल सर्जन डॉ. सुरेश चंद्र सिन्हा और रेडक्रॉस के सचिव डॉ श्रवण कुमार तिवारी समेत कई लोग मौजूद रहे.
डीएम अंशुल अग्रवाल ने बताया कि कई पहलुओं पर विचार करते हुए ब्लड बैंक को पूरी तरह सदर अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है. इस अस्पताल में ब्लड बैंक की कमी महसूस होती थी. इस अस्पताल में प्रसव व इमरजेंसी के दौरान होने वाले भागदौड़ से लोगों को मुक्ति मिलेगी. यह भवन सारी आधुनिक सुविधाओं से लैस भी है.
दोगुनी हुई ब्लड बैंक की क्षमता: रेडक्रॉस सचिव डॉ. श्रवण कुमार तिवारी ने बताया कि पुराने ब्लड बैंक में ब्लड स्टोरेज की क्षमता 160 यूनिट थी. जबकि यहां पर 302 यूनिट रक्त को एक बार में सुरक्षित रखा जा सकता है. साथ ही एक बार में छह लोगों को रक्तदान कराया जा सकता है. इसी तरह नए ब्लड बैंक में 2 नए टेक्नीशियन की बहाली भी की गई है. वहीं शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के परिसर में अवस्थित भवन में एक बार में केवल 2 लोग ही रक्तदान कर सकते थे. बताया कि जब से बक्सर जिला बना तब से ब्लड बैंक शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के परिसर में ही स्थित था. जिसका भवन बहुत पुराना होने वजह से जर्जर हो चुका था.