पटना: डायट में से शुरू हुए शिक्षकों के छह दिवसीय बुनियाद टू एफएलएम प्रशिक्षण के पहले ही दिन एक प्रखंड शिक्षक की मौत से मामला काफी गरमा गया. मृत शिक्षक जिले के बसंतपुर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय बैजु बरहोगा के 52 वर्षीय हृदयानंद पाठक थे.
मृतक मूल रूप से सारण जिले के पानापुर के खुजरी गांव के रहने वाले थे. दो पुत्र व चार पुत्रियों के पिता व मृत शिक्षक की दो पुत्रियों की शादी हो चुकी हैं. वहीं सदर अस्पताल में लंबे समय तक इंतजार करने के बाद भी पोस्टमार्टम नहीं होने पर शिक्षक शव लेकर डायट के प्रवेश द्वार पर आकर प्रदर्शन करने लगे. डायट में प्रशिक्षण की व्यवस्था से नाराज शिक्षकों ने शव रखकर प्रदर्शन कर रहे थे. प्रदर्शन कर रहे शिक्षक मृत शिक्षक के परिजनों को उचित मुआवजा दिलाने व अनुकंपा पर नौकरी दिलाने की मांग कर रहे थे.
मौके पर पहुंचे डीईओ ने डायट प्रबंधन को मानवता के दृष्टिकोण से मृत शिक्षक के अंतिम संस्कार के लिए आपसी सहयोग करने की बात कही. डायट की तरफ से 25 हजार व प्रशिक्षु शिक्षकों की तरफ से 20 हजार रुपये दिए गए. साथ ही शिक्षक पुत्र को अनुकंपा पर नौकरी दिलाने का आश्वासन भी. डीईओ ने कहा कि विभागीय प्रावधान के तहत जो जो लाभ मिलने चाहिए वह यथाशीघ्र दिया जायेगा. इधर, घटना के संदर्भ में प्रखंड शिक्षक नेसार आलम, दिनेश ठाकुर, हरी नारायण पडिृत व मंटू सिंह समेत उत्क्रमित मध्य विद्यालय बगही के प्रखंड शिक्षक संतोष मांझी ने बताया कि डायट में प्रशिक्षण का आज पहला दिन था. यहां वर्ग तीन से पांच तक की छह दिवसीय बुनियाद टू एफएलएम प्रशिक्षण आयोजित किया गया है. प्रशिक्षण अवधि में भोजन करने के बाद निकले शिक्षक हृदयानंद पाठक की चक्कर आने से गिर पड़े. सदर अस्पताल आने पर चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. प्रशिक्षण लेने गए शिक्षकों ने प्रशिक्षण स्थल पर पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने का सवाल उठाया. उनका कहना था कि गर्मी चरम पर है, लेकिन कमरे में पंखा काफी धीमा चल रहा था. कहीं कोई व्यवस्था नहीं थी.
प्रशिक्षु कई शिक्षकों ने बताया कि भीषण गर्मी में भी कमरा बंद कर प्रशिक्षण दिया जा रहा था.