न्यूज़क्रेडिट: newsnationtv
पटना: बिहार विधानसभा में बुधवार को विश्वास मत पर हो रही चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाषण के दौरान भारतीय जनता पार्टी के विधायकों के वॉकआउट के बाद जनता दल युनाइटेड नीत महागठबंधन सरकार ने ध्वनि मत से विश्वास मत हासिल कर लिया. बुधवार को ही विधानसभा स्पीकर विजय कुमार सिन्हा के इस्तीफे के बाद विश्वास मत प्रक्रिया को सदन में संचालित कर रहे डिप्टी स्पीकर महेश्वर हजारी ने नीतीश सरकार के विश्वास मत हासिल करने की घोषणा की. इसके पहले उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर तीखा हमला बोला, तो बीजेपी विधायकों ने भी नीतीश समेत गठबंधन सरकार पर जमकर निशाना साथा.
बीजेपी पर नीतीश ने बोला हमला
विश्वास मत पर चर्चा के बाद अपने संबोधन में नीतीश कुमार ने बीजेपी नेतृत्व पर कड़ा हमला बोल 2024 के लोकसभा चुनाव का अपना खम भी ठोंक दिया. उन्होंने सीधे-सीधे केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पहले अटलीजी, आडवाणी जी ने मुझे सम्मान दिया. इन नेताओं को जब किनारे लगाया जाने लगा तभी मैंने 2013 में बीजेपी से किनारा कर लिया था. आज केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी नेतृत्व महज प्रचार-प्रसार में व्यस्त है. 2017 में पटना विश्वविद्यालय के लिए मैंने केंद्रीय दर्जा देने की मांग की थी, लेकिन अब अपना काम दिखाने के लिए यही काम किया जाएगा. इसके साथ ही नीतीश ने कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव में एकजुट विपक्ष ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देने में सक्षम हो सकेगा.
तेजस्वी ने सीबीआई, ईडी और आईटी को बताया केंद्र के 'जमाई'
इसके पहले नीतीश सरकार के डिप्टी सीएम और महागठबंधन के मुख्य घटक राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व और नेताओं पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बीजेपी को किसी राज्य में हार का डर सताने लगता है तो वह अपने तीन 'जमाई' सीबीआई, ईडी और आईटी को आगे कर देती है. हम जैसे लोग जब विदेश यात्रा पर जाते हैं तो हमारे खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी हो जाता है. यह अलग बात है कि जब नीरव मोदी जैसे घोटालेबाज देश छोड़कर भाग जाते हैं, तो कुछ नहीं किया जाता. तेजस्वी ने आगे कहा कि हम क्रिकेटर्स हैं और राजद-जदयू की जोड़ी बिहार और देश के विकास के लिए लंबी साझेदारी निभाएगी.