बिहार

नीतीश को बीजेपी ने कहा -'गेट वेल सून भाई', ये रही वजह

Renuka Sahu
13 Oct 2022 5:41 AM GMT
BJP said to Nitish - Get well soon brother, this is the reason
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न्यूज़ क्रेडिट : firstbihar.com

बिहार की राजनीती के एक बार फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा के बीच आरोप - प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बिहार की राजनीती के एक बार फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा के बीच आरोप - प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। जहां सीएम नीतीश भाजपा नेता और देश के गृह मंत्री अमित शाह पर अपना निशाना साध रहे हैं, तो वहीं अब इसके जबाब में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने काफी कड़ा रुख अख्यितार किया है।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने अपने ऑफिसियल फेसबुक अकाउंट से पोस्ट करते हुए लिखा है कि अच्छा है कि नीतीश कुमार जी ने तेजस्वी जी को मुख्यमंत्री बना कर आश्रम खोलने का निर्णय कर लिया है। वरना जिस तरह की बातें वह कह रहे हैं उससे बिहार का भगवान भी मालिक नहीं रह पाएगा। इसके आगे उन्होंने नीतीश कुमार पर फ़िल्मी अंदाज में तंज करते हुए मुन्ना भाई करार दिया है। जायसवाल ने लिखा है कि नीतीश जी अब नाराजगी के नहीं बल्कि दया के पात्र हो चुके हैं। मुझे उनपर मुन्ना भाई सिनेमा का डायलॉग ही याद आता है। गेट वेल सून भाई !!!!!
दरअसल, इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अमित शाह पर बयान देते हुए कहा था कि क्या अमित शाह को मालूम है कि जेपी का आंदोलन क्यों हुआ था? हमने जेपी आंदोलन में अपनी पहचान बनाई थी। मैं उन लोगों को कोई महत्व नहीं देना चाहता, जिनके राजनीतिक करियर की शुरुआत 20 साल पहले हुई थी। जिसके बाद इसके जवाब में संजय जायसवाल ने लिखा है कि कल बिहार के मुख्यमंत्री माननीय गृह मंत्री जी के इमरजेंसी के समय के योगदान पर चर्चा कर रहे थे। अर्थात 9 वर्ष की उम्र में गृह मंत्री जी क्यों नहीं इमरजेंसी आंदोलन में शामिल थे?? ऐसे में अब जल्दी ही वह यह भी कहेंगे कि बिहार में स्वतंत्रता सेनानियों की चर्चा केवल वही करेंगे जो 100 वर्ष के ऊपर हैं और 1857 की लड़ाई के बारे में चर्चा करना बिहार में अपराध माना जाएगा क्योंकि अभी 170 वर्ष का कोई व्यक्ति बिहार में मौजूद नहीं है।
बहरहाल, ऐसे में अब देखना यह है कि भाजपा के तरफ से दिए गए इस बयान के बाद जदयू के तरफ किस तरह पलटवार किया जाता है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसको लेकर कुछ बोलते है या फिर अपने चीर- परचित अंदाज में चुप्पी साध अपने बाकि के नेताओं को इसका जवाब देने को तैयार करते हैं।
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