मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर में आम आदमी पार्टी को तगड़ा झटका लगा है। जनपद में आम आदमी पार्टी की उम्मीदों पर उस समय पानी फिर गया, जब जनपद मुजफ्फरनगर के शाहपुर नगर पंचायत चेयरमैन देर रात विधिवत भाजपा में शामिल हो गए है। चेयरमैन ने दिन में पहले दिल भाजपाई कर लिया जिस पर बीजेपी में ही हंगामा मच गया, तो आनन फानन में दल भी बदल लिया।
आपको बता दें कि शाहपुर चेयरमैन हाजी अकरम ने कावड़ मार्ग पर कावडियों के स्वागत में होर्डिंग्स लगाए है जो आम आदमी पार्टी के नही, बल्कि पूरी तरह भाजपा के है। पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी से लेकर केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल , क्षेत्रीय अध्यक्ष सतेंद्र सिसौदिया, पूर्व विधायक उमेश मलिक और भाजपा जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला का होर्डिंग्स पर फोटो भी लगा है। जिससे साफ अंदाजा लगाया जा रहा था कि हाजी अकरम पूरी तरह भाजपाई हो गए है।
जिसके बाद माना गया कि आम आदमी पार्टी जनपद में शुरू होते ही खत्म हो गई। हालांकि हाजी अकरम के जीतने के बाद आम आदमी पार्टी को बहुत कुछ उम्मीद दिखी थी। वे बाकायदा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल से मिलकर भी आये थे ,लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले ही आप की उम्मीदों पर ज़िले में पानी फिर गया। दरअसल हाजी अकरम आप के सिंबल पर चुनाव तो लडे थे लेकिन जीतने के बाद गुपचुप तरीके से भाजपा नेताओं से मिलने लगे थे।
आज रॉयल बुलेटिन ने बीजेपी नेताओं के होर्डिंग की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की तो शाहपुर की राजनीति में हंगामा मच गया, और की तो बात छोड़ो, खुद बीजेपी के नेता ही इस होर्डिंग के विरोध में उतर आये। बीजेपी के शाहपुर मंडल अध्यक्ष एकांश त्यागी
ने तो इस होर्डिंग पर आपत्ति जताते हुए शाहपुर थाना प्रभारी को एक लिखित शिकायत भी दे दी जिसमे बीजेपी नेताओं के फोटो इस्तेमाल करने पर क़ानूनी कार्यवाही करने की मांग कर दी जिसके बाद चेयरमैन बैकफुट पर आ गए और पहले तो
उन्होंने एक वीडियो बयान जारी करके बीजेपी की तारीफ करते हुए 2024 के लोकसभा चुनाव में केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के समर्थन की घोषणा कर दी और उसके बाद प्रदेश के राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल के आवास पर बीजेपी में शामिल होने की घोषणा कर दी। शाहपुर चेयरमैन के बीजेपी में शामिल होने में संघ से जुड़े श्यामपाल भाईजी और सचिन संगल की प्रमुख भूमिका रही है।
आप के चेयरमैन के आनन फानन में बीजेपी में शामिल हो जाने से जहाँ विपक्षी खेमे को करारा झटका लगा है वहीँ कसबे के बीजेपी कार्यकर्ता भी इस खेल से हक्के-बक्के रह गए है।