सेना में बहाली को लेकर केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों की बहाली की जैसे ही घोषणा की, वैसे ही देश के कई भागों से हंगामे की खबर आने लगी. तो इसकी आंच बिहार भी पहुंच गई और मामला तब और गर्म हो गया, जब इस मुद्दे पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने आरोप लगा दिया कि राज्य में पार्टी कार्यालयों पर हमले होते रहे और पुलिस मूकदर्शक बनी रही.
संजय जायसवाल का आरोप एक तरह से नीतीश कुमार पर ही था और जैसा की उम्मीद था इस पर पलटवार भी जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने किया और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के मानसिक संतुलन पर सवाल उठाया. जाहिर है इस तरह के बयानों से बिहार में भाजपा और JDU के बीच माहौल गर्म हो गया है. इसी बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल की अगुवाई में video कॉनफ्रेन्सिंग के जरिए भाजपा के तमाम MP, MLA और भाजपा कोटे के मंत्री जुड़े और वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों के साथ- साथ अग्निपथ योजना पर चर्चा की. जिसके बाद माहौल थोड़ा और गर्म हो गया.
वहीं दूसरी तरफ JDU की तरफ से एक बैठक एक आने मार्ग में हुई. जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित JDU के तमाम शीर्ष नेता मौजूद थे. जिनकी अलग से बैठक हुई. इस दौरान नीतीश कुमार ने अलग से JDU के सांसदों, विधायकों, पूर्व विधायकों और जिले के प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात कर उनकी समस्या सुनी. साथ ही वर्तमान राजनीतिक हालात की भी जानकारी ली.
बैठक के बाद जब JDU के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा से जब न्यूज-18 ने बैठक के बारे में जानकारी ली तो कहा की इस बैठक को आप राजनीति से ना जोड़े. बैठक में बिहार के कई जिलों से आए हुए कार्यकर्ताओं से नीतीश कुमार ने मुलाकात की है. ऐसी मुलाकात पहले भी होती रही है लेकिन हां कोई बैठक होती है तो उसमें राजनीतिक बातें तो होती ही हैं. अग्निपथ योजना को लेकर जो समस्या है उसके बारे में सरकार को साफ करना चाहिए और जहां तक बात भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के आरोप की बात है तो बिहार पुलिस पूरी सतर्कता से काम कर रही है और हालात को नियंत्रण में रखे हुए है. अगर कोई घटना घटी है तो उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा.