आधुनिक तकनीकी से सदर अस्पताल में संदिग्ध रोगियों की बायोप्सी शुरू
सिवान: जिले के ब्रेस्ट कैंसर से जुड़े संदिग्ध रोगियों के लिए अच्छी खबर है. सदर अस्पताल में अब आधुनिक तकनीकी से संदिग्ध रोगियों की बायोप्सी शुरू हो गयी है. कोई भी संदेहास्पद मरीज यहां पहुंचकर डॉक्टर से परामर्श के बाद अपनी बायोप्सी कराकर रोग की जांच आसानी से करवा सकता है.
बताया गया कि पहले भी सदर अस्पताल में ब्रेस्ट कैंसर के संदिग्ध मरीजों का बायोप्सी किया जाता था. लेकिन अब कोर नीडल बायोप्सी की शुरूआत की गयी है जो अपने आप में आधुनिक तकनीक है. को सदर अस्पताल के ओपीडी रूम नंबर में मुजफ्फरपुर होमी भाभा कैंसर अस्पताल एंड रिसर्च सेंटर से आए डॉक्टर अनुराधा ने अपने चिकित्सा दल के सदस्यों डॉक्टर अक्षत, डॉक्टर शिवांगी, डॉक्टर सेबी, चितरंजन कुमार, स्टॉफ नर्स कुसुम और आभा के साथ संदेस्हास्पद मरीजों का बायोप्सी किया. यह सेवा अब मरीजों को लगातार मिलती रहेगी. आधुनिक तकनीकी से बायोप्सी अबतक बड़े संस्थानों में ही संभव था.
कोर नीडल बायोप्सी करने वाला बिहार का पहला सदर अस्पताल: बताया गया कि सीवान जिले का सदर अस्पताल पूरे बिहार का पहला ऐसा अस्पताल है, जहां कोर नीडल बायोप्सी की शुरूआत की गयी है. अब धीरे-धीरे यह सुविधा अन्य सदर अस्पतालों में भी शुरू कर दी जाएगी.
क्या कहते हैं डॉक्टर: जिला को-आर्डिनेटर डॉक्टर अक्षत ने बताया कि सीवान सदर अस्पताल में अब ब्रेस्ट कैंसर के संदेहास्पद रोगियों के लिए आधुनिक तकनीकी से बायोप्सी की शुरूआत बीते से कर दी गयी है. बिहार में पहली बार किसी सदर अस्पताल में शुरू होने वाली यह सेवा है. अब नियमित रूप से सेवा मरीजों को मिलती रहेगी. कैंसर के प्रति जागरूक करने और इससे निजात दिलाने के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयासरत है.