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सहरसा। बिहार में एक ऑटो चालक की क्रूरता से बाइक सवार जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है। बाइक सवार की ऑटो रिक्शा से टक्कर हुई तो गिरकर उसका पैर रिक्शे में फंस गया। रिक्शा चालक ने उसे उठाने के बजाय रिक्शे की स्पीड और बढ़ा दी। वह डेढ़ किमी तक रिक्शे में फंसे बाइक सवार को घसीटता रहा। नतीजन उसका पैर इस कदर डैमेज हो गया कि अब डॉक्टर उसका पैर काटने की बात कर रहे हैं। वहीं बाइक सवार अपस्ताल में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है।
मामला मंगलवार देर रात सहरसा जिले में अगवानपुर-सहरसा रोड का है। नवहट्टा थाना क्षेत्र के वार्ड नं 14 (हेमपुर गांव) निवासी कोमल किशोर सिंह अपने दादा के देहांत की खबर मिलने पर मुंगेर से बाइक चलाकर गांव आ रहा था। बिहरा थाना अंतर्गत अगवानपुर-सहरसा रोड स्थित ब्रह्म स्थान के पास ऑटो चालक ने बाइक सवार को ठोकर मार दी। ठोकर से युवक का पैर ऑटो में फंस गया, लेकिन ऑटो चालक नहीं रुका। वह युवक को डेढ़ किलोमीटर तक घसीटता रहा। जिससे उसकी हालत बेहद गम्भीर हो गई।
रिक्शे में फंसे युवक को घिसटता देख रास्ते में कई लोगों ने देखकर रिक्शा चालक को रुकने के लिए आवाज भी लगाई, लेकिन वह नहीं रुका। करीब डेढ़ किलोमीटर दूर जब कोमल किशोर बेहोश हो गया, तब ऑटो चालक उसे सूनसान जगह पर छोड़कर फरार हो गया। लोगों ने उसे देखा तो पुलिस को खबर दी। फिर एम्बुलेंस के जरिए सदर अस्पताल भेज दिया गया। जहां वह जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है।
पुलिस भले ही ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए तमाम प्रयास कर रही हो, लेकिन नौसिखिये रिक्शा चालकों की वजह से भीडभाड वाले स्थानों पर आए दिन एक्सीडेंट होते रहते हैं। कई बार इसको लेकर शिकायत भी की जाती है लेकिन इनके यूनियन द्वारा दबाव बनाने के कारण उन शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। ऐसे में कई रिक्शा चालकों के पास लाइसेंस भी नहीं होता लेकिन वह आसानी से बेरोकटोक सड़कों पर फर्राटा भरते रहते हैं।
Admin4
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