गर्मी में पंखे कूलर और एसी के साथ अन्य उपकरण के चलने से लोड बढ़ जाता है। गर्मी के आते ही घर-घर लोड बढ़ जाता है। पंखे चलने लगते हैं, जिसका असर सीधा संबंधित फीडर के ट्रांसफार्मर पर होता है। बिजली की मांग बढ़ने लगती है, इस कारण फ्यूज उड़ने सहित कई प्रकार की बाधाएं आ रही हैं। पटना में लगभग 400 मेगावाट से अधिक बिजली की खपत प्रतिदिन होने लगी है। इस कारण से फ्यूज उड़ने सहित कई प्रकार की बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं। 400 मेगावाट से अधिक बिजली की खपत प्रतिदिन बढ़ने से ट्रांसफार्मर से लगे तारों में समस्या के साथ पावर कट हो रहा है। बिजली विभाग तारों को सही करने में जुटा है।
पटना के शहरी क्षेत्र में बिजली विभाग पूरी तरह से अलर्ट है। शहरी क्षेत्र में कोशिश की जा रही है कि फ्यूज कॉल सेंटर पर शिकायत मिलते ही समस्या का समाधान कर दिया जाए। पटना शहरी क्षेत्र में अधिकतम बिजली खपत 700 मेगावाट तक होती है, बिजली कटने पर स्थानीय फ्यूज कॉल सेंटर या फिर 1912 पर शिकायत दर्ज कराने की व्यवस्था की गई है। बिजली कंपनी मांग में वृद्धि होने के साथ छोटी-छोटी खराबियों को दूर करने में लगी है।
पावर कट के 5 बड़े कारण
•अचानक से बिजली का लोड बढ़ना
•ट्रांसफार्मर से जुड़े तारों में खराबी आना
•पेड़ों की छटाई का काम समय से नहीं होना
•लोड पड़ते ही ट्रांसफार्मरों का बैठ जाना
•शहर के कई इलाकों में चल रहे बड़े प्रोजेक्ट