बिहार
बिहार विभूति स्व. सीताराम बाबू का कर्तव्य ही उनकी पहचान : रमा देवी
Shantanu Roy
12 Nov 2022 6:19 PM GMT
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मोतिहारी। बिहार में शिवहर लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद रमा देवी ने शनिवार को यहां कहा कि बिहार विभूति स्व. सीताराम सिंह अपने कर्त्तव्यों एवं विचार के लिए ही याद किए जाते है।अपने जीवनकाल में उन्होंने किसान, मजदूर और नौजवानों के हक हुकूक की बात करते थे।उनके पुत्र एवं पुत्रियों के द्वारा उनकी जयंती प्रेरणा दिवस के रूप में मनाया जाना उनके द्वारा दिए गये संस्कार की मिशाल है। रमा देवी ने कहा प्रेरणा दिवस के अवसर पर प्रतिवर्ष देखने को मिलता है कि सीताराम बाबू कितने लोकप्रिय थे,कि आज भी उनसे जुड़े लोग प्रेरणा दिवस पर की भारी संख्या में उपस्थित है।उन्होंने कहा कि सीताराम बाबू के कार्यों से प्रेरणा लेने की जरूरत है।उनसे प्रेरणा लेकर ही तीनों पुत्र लगातार समाजसेवा में लगे है। इस अवसर पर पूर्व मंत्री व नगर विधायक प्रमोद कुमार ने स्व. सीताराम सिंह को याद करते कहा कि जिस क्षेत्र से वे आते थे, उस क्षेत्र से आना-जाना एक बड़ी चुनौती थी। तब वे वहां से निकलकर राजनीति में आये, और बिहार सहित जिले का नाम राजनीतिक व सामाजिक रूप रौशन किया।
उन्होंने उनके पुत्र व विधायक राणा रंधीर सिंह को सुझाव दिया कि किसी पीएचडी स्टूडेंट से उनके जीवनी पर शोध कराने की आवश्यकता है। ताकि लोगों को पता चल सके कि आखिर सीताराम बाबू में कौन सी शक्ति थी, जिसकी बदौलत वे आज भी लोगों के दिलो में बसे है। इस अवसर पर केसरिया विधायक शालिनी मिश्रा ने सीताराम बाबू से अपने पिता स्व. कमला मिश्र मधुकर से संबंध को बताते हुए उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की। जबकि चिरैया के विधायक लालबाबू प्रसाद गुप्ता, गोबिदगंज के विधायक सुनील मणि त्रिपाठी, पूर्व विधायक लक्ष्मी नारायण यादव,जिला परिषद अध्यक्ष के पति ई. शशिभूषण सिंह उर्फ गप्पू राय, चन्द्रकिशोर मिश्र, पूर्व जिप सदस्य नाग्रेन्द्र सिंह, रामप्रवेश यादव डॉ.हेना चंद्रा सहित कई लोगो ने उद्गार व्यक्त कर सीताराम बाबू को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके पूर्व आगत अतिथियों का स्वागत पूर्व मंत्री व मधुबन के विधायक एवं सीताराम सिंह के पुत्र राणा रंधीर सिंह ने किया। उन्होंने कहा कि वे पिता के बताए मार्ग पर सदैव चलने के प्रति संकल्पित है। पिता को प्रेरणाश्रोत बताते हुए कहा कि मधुबन विधानसभा को एक मॉडल के रूप में देखना चाह रहा हूं जिसके लिए प्रयास जारी है। उन्होंने कहा कि पिता जी के जन्मदिवस को वे प्रेरणा दिवस के रूप में मनाते है। इससे एक बड़ी ताकत का एहसास होता है।
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