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बिहार : शिक्षा विभाग का सख्त फरमान, क्लास नहीं लगने पर छात्र इस नंबर पर कर सकेंगे शिकायत

Tara Tandi
8 Sep 2023 2:29 PM GMT
बिहार : शिक्षा विभाग का सख्त फरमान,  क्लास नहीं लगने पर छात्र इस नंबर पर कर सकेंगे शिकायत
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बिहार में शिक्षा विभाग ने छात्रों के हित को लेकर एक और नया कदम उठाया है. इसके तहत अब राज्य के किसी भी कॉलेज में अगर क्लास नहीं चलती है या टीचर आकर बैठे रहते हैं तो बच्चे इसकी शिकायत कर सकते हैं, इसके बाद त्वरित कार्रवाई कर मामले का निष्पादन किया जायेगा. वहीं, बीएन मंडल विश्वविद्यालय से संबद्ध सभी कॉलेजों, सहरसा में भी यह व्यवस्था शुरू कर दी गयी है. वहीं इस संबंध में शिक्षा विभाग के सचिव बैद्यनाथ यादव ने कुलपति को पत्र भेजा है.
आपको बता दें कि नए फरमान के मुताबिक अगर इस यूनिवर्सिटी से संबंधित कॉलेज में क्लास नहीं चलेगा तो छात्र-छात्रा सीधे शिक्षा विभाग के केंद्रीयकृत कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के टाल फ्री नंबर ''18003454417'' पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकेंगे. वहीं छात्रों की विभिन्न समस्याओं की शिकायत मिलने पर उसे निष्पादन के लिए विश्वविद्यालय को भेजा जायेगा.
समस्याओं का होगा समाधान
नये आदेश के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक शिक्षा विभाग की किसी भी समस्या का समाधान 48 घंटे के अंदर शिक्षा विभाग के कंट्रोल सेंटर में किया जायेगा. साथ ही कार्रवाई भी होगी, इससे कक्षा एक से लेकर स्नातक तक पर नजर रहेगी, टोल फ्री नंबर पर एक साथ 34 लोग शिकायत दर्ज करा सकेंगे.
साथ ही छात्रों की विभिन्न समस्याओं पर शिकायत प्राप्त होने पर विश्वविद्यालय को निष्पादन के लिए अग्रसारित किया जायेगा. इसको लेकर विश्वविद्यालय में एक नोडल पदाधिकारी नामित कर मोबाइल नंबर सहित शिक्षा विभाग को उपलब्ध कराया जायेगा. वहीं, मुरादपुर निवासी झंझारपुर कॉलेज के प्राचार्य डॉ. नारायण झा ने इस केंद्रीकृत व्यवस्था की सराहना की है. उन्होंने कहा कि, यह गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक माहौल बनाने में कारगर साबित होगी.
34 लोग बैठकर सुनेंगे शिकायत
इसके साथ ही आपको बता दें कि राज्य के अलग-अलग हिस्सों से छात्रों की शिकायतें आएंगी और एक बार में 34 लोग अपनी समस्याएं रख सकते हैं. वहीं राज्य के किसी भी कोने से सीधे विभाग तक इसकी शिकायत पहुंचेगी. छात्र किसी भी समस्या की शिकायत विश्वविद्यालय और महाविद्यालय से संबंधित शिक्षा विभाग से कर सकते हैं, यहां तक ​​कि योजना से संबंधित समस्याएं भी सुनी जाएंगी, जिसके बाद परेशानियों का निष्पादन और नियंत्रण किया जाएगा. इसके लिए एक केंद्र की व्यवस्था की गयी है, पहले चरण में 34 कर्मियों के बैठने की व्यवस्था की गयी है.
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