जनता से रिश्ता : बिहार मेडिकल सर्विसेज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीएमएसआईसीएल) के महाप्रबंधक संजीव रंजन पर विशेष निगरानी इकाई का शिकंजा कसता जा रहा है। बुधवार को आशियाना नगर स्थित बैंक लॉकर को खोला गया। लॉकर में सोने के कई आभूषण मिले, जिसकी कीमत लगभग 15 लाख रुपए है। वहीं पति-पत्नी के बैंक खातों में जमा रकम भी 80 लाख पहुंच गई है।आय से अधिक संपत्ति मामले में एसवीयू ने संजीव रंजन के तीन ठिकानों पर मंगलवार को छापेमारी की थी। एसवीयू ने उनके खिलाफ आय से 1,76,72,907 रुपए अधिक की संपत्ति का एफआईआर दर्ज किया था।
पर छापेमारी में मिले दस्तावेजों से यह कई गुणा ज्यादा पाया गया है। विशेष निगरानी इकाई के मुताबिक संजीव रंजन और उनकी पत्नी के नाम पर कई चल-अचल संपत्तियां हैं। इसमें पटना में एक फ्लैट के अलावा आलीशान मकान भी शामिल हैं। वहीं बाढ़ के बाजितपुर में 91 डिसमिल जमीन के अलावा लीज पर ली गई जमीन भी है। बेंगलुरु में भी फ्लैट है जिसे किराये पर लगाया गया है। वहीं रांची में एक फ्लैट और आवासीय भूखंड भी पत्नी के नाम पर खरीदी गई है। एसवीयू के मुताबिक अबतक की जांच में संजीव रंजन और उनकी पत्नी के बैंक खातों में 40-40 लाख रुपए जमा पाए गए हैं। छापेमारी के समय तक 50.5 लाख रुपए ही बैंक खातों में होने की जानकारी मिल पाई थी। हालांकि अब यह रकम 80 लाख के करीब पहुंच गई है। अबतक संजीव रंजन की चल-अचल संपत्ति करीब 8 करोड़ रुपए की है।एसवीयू के मुताबिक संजीव रंजन ने ठेके से काफी कमाई की है। चिकित्सा क्षेत्र में आधारभूत संरचनाओं के टेंडर देने में हुई कमाई से उन्होंने कई संपत्तियां अर्जित की। जांच एजेंसी को उम्मीद है कि अनुसंधान के दौरान उनकी संपत्ति का दायरा और भी बढ़ सकता है।
source-hindustan