जनता से रिश्ता : सेना बहाली की नयी स्कीम अग्निपथ के खिलाफ उपद्रव के बाद पुलिस की कार्रवाई तेज हो गयी है। सीसीटीवी व वीडियो फुटेज से पहचान के बाद उपद्रवियों की धरपकड़ को ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है। भोजपुर सहित शाहाबाद रेंज के चारों जिलों में 32 प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है। अब तक करीब 160 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं अब उपद्रव के लिये छात्रों को उकसाने वालों की पहचान भी शुरू की दी गयी है। कुछ कोचिंग संस्थानों पर पुलिस की नजर है। उनकी भूमिका की जांच की जा रही है। डेहरी में कुछ कोचिंग संस्थानों की भूमिका आने के बाद आरा उपद्रव में कोचिंग संस्थानों की जांच की जा रही है।
शाहाबाद रेंज के डीआईजी क्षत्रनील सिंह ने हिन्दुस्तान से बातचीत में बताया कि उपद्रव के पीछे कोचिंग संस्थानों की भूमिका की जांच की जा रही है। डेहरी सहित कुछ जगहों पर स्टेशन के नजदीक स्थित कुछ कोचिंग संचालकों की भूमिका संदिग्ध रही है। इस आधार पर चारों जिलों के एसपी को कोचिंग संस्थानों की जांच करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि उपद्रव और छात्रों को उकसाने वालों को हर हाल में जेल जाना होगा। उन्होंने बताया कि इस मामले में करीब 32 एफआईआर की गयी है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पहचान और गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है। उपद्रव मचाने में अबतक 152 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चका है। चारों जिलों के एसपी को सीसीटीवी फुटेज सहित अन्य स्रोत से उपद्रवियों की पहचान कर गिरफ्तार करने का आदेश दिया गया है। एक प्रश्न के जवाब में डीआईजी ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज से पहचान नहीं होने की स्थिति में पटना की तर्ज पर उपद्रव मे शामिल लोगों के पोस्टर जारी करने पर विचार किया जा सकता है। बता दें कि अग्निपथ के खिलाफ छात्रों द्वारा पिछले तीन दिनों तक जमकर उपद्रव मचाया गया।
सोर्स-hindustan