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बिहार: भरी पंचायत 14 साल की बच्ची की आबरू का सौदा

Kajal Dubey
24 July 2022 11:57 AM GMT
बिहार: भरी पंचायत 14 साल की बच्ची की आबरू का सौदा
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अररिया: रानीगंगज थाना क्षेत्र के एक गांव में पंचायत ने विवादास्पद फैसला सुनाया है। शुक्रवार को पंचायत ने एक दुष्कर्म पीड़िता नाबालिग लड़की को साढ़े तीन लाख लेकर मामले को शांत रखने का फरमान सुनाया। पंचायत ने लड़की को कहा कि पैसा लेकर अब मामले को रफा-दफा कर दो। इस मामले में पंचायत में कई चुने जनप्रतिनिधि भी शामिल थे। पंचायत का फरमान सुनकर लड़की ने शनिवार को जहरीला पदार्थ खाकर खुदशकशी करने का प्रयास किया। हालत बिगड़ता देख स्वजन पीड़िता को लेकर अस्पताल पहुंचे।
हालत नाजुक देख प्रखंड के अस्पताल से पीड़ित को सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। इस मामले में थानाध्यक्ष कौशल कुमार ने कहा कि लड़की के बयान पर पुलिस दोषी पर कार्रवाई करेगी। किसी भी हालत में दोषी को बक्शा नहीं जाएगा।
क्या है मामला
इलाज कराने आयी युवती की भाभी ने बताया कि गांव के ही प्रदीप साह ने उसकी 14 वर्षीय ननद के साथ पांच महीने से छेड़छाड़ कर रहा था। एक दिन अचानक जब घर में कोई नहीं था तो वो घर में घुस गया और गंदे काम को अंजाम देकर फरार हो गया। बाद में गांव पहुंचा और जान से मारने की धमकी देते हुए मुंह बंद रखने की बात कही। वहीं, शादी करने का झांसा देकर युवक ने एक नहीं, कई बार दुष्कर्म किया। पीड़िता के तीन भाई हैं, जो प्रवासी हैं। बाहर रहकर मजदूरी करते हैं। वहीं, बिन मां-बांप की लड़की को न्याय दिलाने के लिए जब पंचायती हुई तो वहां उसकी आबरू की बोली लगा दी गई।
की गई मारपीट भी
लड़की की भाभी ने बताया कि चार दिन पहले ननद को घर पर छोड़कर वो खेत में काम करने गई थी कि तभी आरोपित प्रदीप घर पहुंच गया और उसने पीड़िता को इस बात के लिए मना लिया कि अगर वो घर आकर आरोपी के पिता से बात करेगी, तो शादी हो सकती है। घर बुलाकर प्रदीप साह उसके पिता बिमल साह, उसकी भाभी ममता देवी, पूनम देवी, कुमोद साह, राजेश साह और आरोपी की मां सब मिलकर ननद के साथ काफी मारपीट की। इसकी जानकारी मिलते ही पीड़िता की भाभी खेत से दौड़कर वार्ड सदस्य के पास पहुंची। वार्ड सदस्य ने उन लोगों से युवती को बचाया।
गांव में लोगों ने की पंचायत
घटना के बाद ग्रामीणों के बीच गुरुवार को पंचायत हुई। जिसमें आरोपित युवक ने युवती के साथ गलत काम करने की बात स्वीकार की। दोनों के बीच शादी कराने की सहमति ग्रामीणों ने दे दी। जिसे लड़के पक्ष के लोगों ने स्वीकार किया। लेकिन एक दिन बाद शुक्रवार को लड़के पक्ष ने शादी से इंकार कर दिया। बाद में शुक्रवार दोबारा पंचायत हुई। जिसमें पंचायत में कई पंचायत प्रतिनिधि भी शामिल हुए। सभी ने लड़के का पक्ष जाना और शर्मनाक फरमान सुना दिया।
पंचायत में साढ़े तीन लाख रुपये देने की बात कहकर युवती को शांत रहने का फरमान सुनाया गया। वहीं किशोरी ने अपना स्टैंड लेते हुए इस राशि को ठुकरा दिया। उसका सिर्फ यही कहना रहा कि युवक के साथ शादी करा दी जाए नहीं तो वो अपना जीवन खत्म कर लेगी। अपनी इज्जत का सौदा वो हरगिज नहीं कर सकती इसके लिए चाहे वो मर ही क्यों न जाए।
पंचायत के फरमान के बाद किया खुदकुशी का प्रयास
पीड़िता इंसाफ के लिए शुक्रवार की देर शाम को रानीगंज थाना पहुंची। वहां मौजूद पुलिस पदाधिकारी ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। लड़की को ये कहते हुए भगा दिया गया कि पहले आवेदन लिखकर लाना होगा तब केस दर्ज होगा। शनिवार को भाई ने भी पीड़िता को फोन कर डांट फटकार लगाई। पीड़िता ने शनिवार को ही कीटनाशक खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। जिसे स्वजनों ने रानीगंज अस्पताल में भर्ती कराया। इस संबंध में थानाध्यक्ष कौशल कुमार ने बताया कि युवती के आवेदन पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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