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सभी आंकड़े शून्य दिखने लगेंगे
जनता से रिश्ता वेबडेस्क : राज्य के अंचलों में जमीन के दस्तावेजों को ऑनलाइन करने का काम हो रहा है। परंतु इसमें ऑनलाइन खाता-खेसरा नंबर को लॉक और अनलॉक करने का खेल भी चल रहा है। इस कारण लोगों को अंचल कार्यालयों का चक्कर लगाना पड़ रहा है और बिना बिचौलिये की मदद से चढ़ावा चढ़ाये यह ठीक नहीं हो रहा है।
अमूमन हो यह रहा है कि अगर आप अपनी जमीन के दस्तावेज को ऑनलाइन देखेंगे, तो ठीक दिखेगा, लेकिन कुछ दिनों पर वह सभी आंकड़े शून्य दिखने लगेंगे। ऐसे में इसे सुधरवाने के लिए जब अंचल कार्यालय जायेंगे, तो बताया जायेगा कि यह लॉक हो गया है और इसे मुख्यालय स्तर से ठीक कराना होगा। अब आवेदन देने से लेकर कार्यालय परिक्रमा का सिलसिला शुरू हो जाता है। फिर बिचौलिए की मदद से लेन-देन करने पर यह फिर से ठीक हो जाता है। यह खेल तकरीबन सभी 534 अंचलों में चल रहा है।इसे लेकर विभाग में बड़े स्तर पर शिकायतें भी आती रहती हैं, लेकिन सिर्फ इस मामले को लेकर कितनी शिकायतें हैं, इसका सटीक आंकड़ा विभाग के पास नहीं है। फिर भी यहां प्राप्त होने वाली कुल शिकायती-पत्रों में 20 फीसदी शिकायतें इस मामले से ही जुड़ी होती हैं। परंतु इसमें महत्वपूर्ण बात यह है कि इसके स्थायी समाधान का अधिकार विभाग के स्तर पर नहीं है। सभी सीओ को ही विभाग ने एक 'डोंगल दे रखा है, जिसकी मदद से ऑनलाइन दस्तावेज में सुधार किया जा सकता है। अभी दस्तावेजों के डिजिटलाइजेशन का काम पूरा नहीं हुआ है और इसमें सुधार का काम चल ही रहा है। इस वजह से यह अधिकार सीओ के पास दिया हुआ है।
source-hindustan
Admin2
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