
प्रतीकात्मक तस्वीर
जनता से रिश्ता : उप मुख्यमंत्री सह पशुपालन एवं मत्स्य मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि राज्य में वर्ष 2021-22 में 67 हजार मीट्रिक टन मछली का आयात हुआ है, जिसका आयातित मूल्य लगभग 877 करोड़ रुपये वार्षिक है। इसके विरुद्ध 35 हजार मीट्रिक टन मछली का वार्षिक निर्यात भी किया जा रहा है, जिसका वार्षिक मूल्य लगभग 783 करोड़ रुपये है। उप मुख्यमंत्री श्री प्रसाद ने सोमवार को विधान परिषद में प्रश्नोत्तर काल के दौरान रामचंद्र पूर्वे के प्रश्न के उत्तर के दौरान ये जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में विभिन्न योजनाओं तथा मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना, प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना इत्यादि के माध्यम से मछली उत्पादन में आत्मनिर्भरता के लिए प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में मत्स्य उत्पादन का लक्ष्य 8.02 लाख मीट्रिक टन के विरुद्ध 7.61 मीट्रिक टन मत्स्य उत्पादन हुआ है, जो लक्ष्य से 41 हजार मीट्रिक टन कम है। उन्होंने जवाब देने के क्रम में कहा कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत 2, 8 एवं 20 मीट्रिक टन फिश फीड (चारा) उत्पादन होना है। राज्य में फंगेशियस मछली के उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है, निजी तालाबों में भी उत्पादन को बढ़ाने को प्रोत्साहित किया जाएगा।
सोर्स-hindustan
