x
DEMO PIC
पटना: सिपाही हो या अफसर कोई भी अपने ऊपर दर्ज आपराधिक मामलों या विभागीय कार्यवाही को छुपा नहीं पाएंगे। आला पुलिस अधिकारियों को इसकी जानकारी तुरंत मिल जाएगी। पुलिसकर्मियों की सेवा पुस्तिका (सर्विस बुक) और ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम (एचआरएमएस) के सॉफ्टवेयर में दोनों ही जानकारियां दर्ज की जाएंगी। पुलिस मुख्यालय ने जिलों के साथ इकाईयों को इसे हर हाल में दर्ज करने को कहा है।
पुलिस मुख्यालय ने सभी जिला एवं इकाईयों से पुलिसकर्मियों पर दर्ज मुकदमों और विभागीय कार्यवाही को सेवा पुस्तिका और एचआरएमएस सॉफ्टवेयर में दर्ज करने का निर्देश दिया है बल्कि इसका डाटा भी बनाने को कहा गया है। डाटा कम्प्यूटराइज्ड होगा। इसमें पुलिसकर्मी के नाम और पद के साथ पदस्थापन स्थल, दर्ज कांड की विवरणी, विभागीय कार्यवाही शुरू की गई या नहीं जैसी जरूरी जानकारियां दर्ज की जाएगी। इन आंकड़ों को जिला पुलिस द्वारा कार्यालय के कम्प्यूटर में फीड रखा जाएगा।
आईजी मुख्यालय गणेश कुमार ने इस संबंध में सभी जिला और इकाईयों को दो अलग-अलग पत्र लिखा है। आपराधिक कांड दर्ज होने या विभागीय कार्यवाही संचालित रहने की सूरत में किसी पुलिसकर्मी को न तो प्रोन्नति दी जा सकती है न ही वित्तीय लाभ। सेवा संपुष्टि भी इस दौरान नहीं हो सकती। ऐसे में जिला, रेंज या मुख्यालय के स्तर पर इन लाभों के लिए विभागीय कार्यवाही और अपराधिक कांडों की जानकारी आला पुलिस अधिकारियों के पास होनी चाहिए।
सेवा पुस्तिका और एचआरएमएस सॉफ्टवेयर में इसके दर्ज रहने पर अधिकारी किसी भी पुलिसकर्मी को प्रोन्नति या वित्तीय लाभ देने से पहले उसके रिकार्ड को तुरंत चेक सकते हैं। ऐसे में गलती की गुंजाइश भी न के बराबर रहेगी। यही वजह है कि पुलिसकर्मियों से संबंधित दोनों जानकारियों को सेवा पुस्तिका के साथ एचआरएमएस सॉफ्टवेयर में दर्ज करने को कहा गया है।
jantaserishta.com
Next Story