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बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के बगहा पीएचसी के प्रभारी मेडिकल ऑफिसर पर एक छोटी सी गलती के लिए कार्रवाई हो गयी है।
बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के बगहा पीएचसी के प्रभारी मेडिकल ऑफिसर पर एक छोटी सी गलती के लिए कार्रवाई हो गयी है। सिविल सर्जन ने उनका वेतन बंद कर दिया है। दरअसल पीएचसी मुख्यालय में आयोजित स्वास्थ्य मेले का उद्घाटन मुखिया से कराना बगहा एक पीएचसी प्रभारी पर महंगा पड़ा। विभागीय आदेश का उल्लंघन कर स्वास्थ्य मेला का उद्घाटन विधायक की जगह स्थानीय मुखिया से कराने की मामला को सीएस ने गंभीरता से लिया है। इसको लेकर सीएस ने बगहा एक पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सूर्यनारायण पर कार्रवाई करते हुए उनके वेतन भुगतान पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है।
साथ इस संबंध में पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से जवाब तलब किया है। पत्र प्राप्ति के 24 घंटे के अंदर अपना स्पष्टीकरण सीएस कार्यालय को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है । पीएचसी प्रभारी को दिए गए पत्र में सिविल सर्जन वीरेंद्र प्रसाद ने कहा है कि 22 अप्रैल को विभागीय निर्देश के आलोक में पीएचसी के पतीलार में स्वास्थ्य मेला का आयोजन करना किया गया था। जिसका व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार पीएचसी के द्वारा करना था। साथ ही मेले का उद्घाटन स्थानीय विधायक के द्वारा कराने का निर्देश प्राप्त था।
लेकिन पीएचसी पदाधिकारी के द्वारा विभागीय निर्देशों को दरकिनार कर स्थानीय मुखिया से मेले का शुभारंभ कराया गया। साथ ही मेले का प्रचार-प्रसार भी व्यापक ढंग से नहीं कराया गया। ऐसे में सीएस ने इसे गंभीरता से लेते हुए इस मामले में कार्रवाई करते हुए बगहा-1 पीएससी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के वेतन भुगतान पर अविलंब रोक लगा दी है । साथ ही 24 घंटे के अंदर अपना पक्ष सीएस कार्यालय को सुपुर्द करने का निर्देश दिया है। पत्र में सीएस ने कहा है कि अगर पीएचसी प्रभारी का जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया तो उन पर विभागीय कार्रवाई को लेकर वरीय पदाधिकारियों को लिखा जाएगा।
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