भागलपुर: बारिश निर्धारित समय से देर से आने का सीधा असर खरीफ सीजन की बुआई व रोपनी पर पड़ रहा है. जिले में इस साल 92 हजार 61हेक्टेयर में खरीफ की खेती का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. आलम यह है कि अब तक महज निर्धारित लक्ष्य का महज 3-4 प्रतिशत क्षेत्र में ही धान का बिचड़ा डालने का काम पूरा किया जा सका है.
इसकी वजह बताई जा रही है कि खेत में नमी की भारी कमी है और किसान रोहिणी नक्षत्र बीतने के बावजूद धान का बिछड़ा डालने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं. जिला कृषि अधिकारी राजेंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि जिले को सभी प्रकार के अनुदानित बीज प्राप्त हो चुका है प्रखंड के अनुसार बीजों का उप आवंटन कर प्रखंड मुख्यालय भेज दिया गया है. जहां बीज वितरण का काम तेजी से चल रहा है. जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि अब तक धान समेत कुल 55 अनुदानित बीजों का वितरण किया जा चुका है. जबकि धान के अनुदानित 90 बीजों का वितरण का कार्य पूरा कर लिया गया है.
हालांकि, किसान अभी धान का बिछड़ा डालने के लिए मानसून की बारिश होने का इंतजार कर रहे हैं. जैसे ही यह बारिश होगी अगले ही दिन धान का बिचड़ा डालने का काम शुरू कर दिया जाएगा. जिला कृषि अधिकारी राजेंद्र कुमार वर्मा ने बताया की धान के अतिरिक्त भी अन्य बीज जैसे अरहर, ज्वार, बाजरा आदि का अनुदानित बीज प्रखंड में उपलब्ध करा दिया गया है. प्रखंड स्तरीय कृषि अधिकारी व कर्मियों को यह निर्देश दिया गया है कि बीज वितरण में किसानों का पूरा सहयोग करें और लक्ष्य के अनुरूप बीज का वितरण कार्य यथाशीघ्र सुनिश्चित करें. डीएओ खुद विभिन्न प्रखंड मुख्यालयों का दौरा कर बीज वितरण की जमीनी हकीकत से वाकिफ हो रहे हैं. जहां वे बखरी में बीज वितरण का मुआयना कर रहे थे, वहीं छुट्टी के बावजूद भी साहेबपुरकमाल प्रखंड में बीज वितरण का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे हुए थे. उन्होंने किसी भी प्रकार की किसानों को परेशानी नहीं होने देने की बात कही. उम्मीद की जा रही है कि दो-तीन दिन के अंदर मानसून की अच्छी बारिश शुरू होने वाली है और जैसे ही मानसून बारिश शुरू होगी खरीफ फसल की बुवाई व बिचड़ा डालने के काम में तेजी आने की उम्मीद है.