भागलपुर: रेल प्रशासन ने रेल भूमि पर अवैध ढंग से बनाई गई अस्थायी दुकानों को अविलंब हटाने का निर्देश गत मार्च माह में ही जारी किया था.
रेलवे ने आदेश दिया था कि अवैध अस्थायी दुकानदार खुद अपनी दुकान तोड़ कर हटा लें, अन्यथा इस अवैध संरचना को रेल प्रशासन द्वारा 22 मार्च को तोड़ कर हटा दिया जाएगा. इस कार्य में होने वाली क्षतिपूर्ति के जिम्मेदार अवैध निर्माणकर्ता होंगे. इस बाबत सहायक मंडल अभियंता पश्चिमी ने ऐसे निर्माणकर्ता को चिह्नित कर उनकी संरचना पर सूचना की एक पर्ची भी चिपका दी थी. लेकिन, इस प्रक्रिया को गुजरे लगभग आठ महीने बीत चुके हैं. अब रेल प्रशासन इस मामले में गंभीर नहीं दिख रहा है. इसको लेकर स्थानीय लोगों में चर्चा का बाजार गर्म है. क्योंकि, चिह्नित की गईं कई अवैध दुकानें दबंगों की भी बताई जाती हैं जिनके द्वारा सरकारी जमीन पर बनी दुकानों को भाड़े पर लगा दिया गया है और उन दुकानदारों से मनमाना भाड़ा वसूला जाता है.
सामाजिक कुरीतियों की दी गई जानकारी: मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम के तहत मिडिल स्कूल मेहदौली, पालीडीह, अतरुआ, कन्या महेशपुर, दामोदरपुर हिंदी सहित अन्य विद्यालयों में सुरक्षित मनाया गया. इसमें छात्रों को सामाजिक कुरीतियां, बाल विवाह, बाल शोषण, बाल श्रम, बच्चों के साथ होने वाले छेड़छाड़ आदि विषयों की जानकारी दी गई.
फोकल शिक्षकों ने कहा कि समाज में अशिक्षा होने से सामाजिक कुरीतियों का जन्म होता है. शिक्षकों ने कहा कि अगर समाज पूर्ण शिक्षित हो तो कुरीतियों से होने वाले नुकसान को व्यक्ति आसानी से समझ सकता है. बाल विवाह समाज में एक कोढ़ की तरह है. छोटी उम्र में जब हमें पढ़ने का समय होता है उसी समय हम बच्चों की शादी कर देते हैं. इससे न सिर्फ उसकी पढ़ाई ठप होती है, बल्कि वह कई बीमारियों की चपेट में आ सकता है. इससे उसकी जिंदगी तबाह हो जाती है. इससे पूरा परिवार परेशान होता है. बच्चों को बाल अधिकार, बाल विवाह, बाल शोषण व बच्चों से छेड़छाड़ की जानकारी देते हुए गुड टच व बैड टच के बारे में बताया गया. मौके पर एचएम प्रमोद कुमार साह, शिक्षक सुमन, अमर शंकर, अनिल, रिजवान सहित बच्चे मौजूद थे.