Bhagalpur: डॉग स्क्वॉयड की टीम तिहरा हत्याकांड कातिल तक नहीं पहुंच सकी
भागलपुर: रसीदपुर में तिहरा हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए की शाम एसपी मनीष कुमार, तेघड़ा एसडीएम राकेश कुमार समेत अधिकारियों की टीम ने करीब 3 घंटे तक लगातार कैंप किया.
डीएसपी डॉ.रविन्द्र मोहन प्रसाद, तेघड़ा इंस्पेक्टर अशोक कुमार, तेघड़ा थानाध्यक्ष अमलेश कुमार, बछवाड़ा थानाध्यक्ष विवेक भारती, बीडीओ अभिषेक राज, सीओ प्रितम कुमार गौतम आदि अधिकारियों की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की गहन जांच की. घटनास्थल पर पहुंच कर एफएसएल टीम भी अहम सुराग जुटाने में लगी रही. एफएसएल टीम ने सभी मृतकों के शव के समीप से कई नमूने संग्रह किए हैं.
मामले की जांच करने व कातिलों तक पहुंचने के लिए घटनास्थल पर डॉग स्क्वॉयड की टीम भी मंगाई गई थी. डॉग स्क्वॉयड की टीम घटनास्थल पर आने का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. लोगों को विश्वास था कि डॉग स्क्वायड कातिलों को ढूंढ निकालेगा. घटनास्थल से डॉग स्क्वाड की टीम निकल कर चिरंजीवीपुर स्थित स्कूल तक पहुंचने के बाद रुक गई. कातिलों को ढूंढ निकालने में डॉग स्क्वॉयड की टीम के विफल हो जाने के बाद टीम लौट गई.
मृतक सजीवन की मां ने दर्ज कराई प्राथमिकी: रसीदपुर पंचायत के वार्ड संख्या- चक्का गांव में की देर रात हुई ट्रिपल मर्डर मामले में मृतक सजीवन सिंह की मां मीरा देवी ने बछवाड़ा थाने में आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज कराई है.
दर्ज प्राथमिकी में उन्होंने गांव के ही रामचंद्र दास के पुत्र भोला दास समेत कुछ अज्ञात अपराधियों द्वारा इस हत्याकांड को अंजाम दिए जाने की आशंका जताई है. उन्होंने कहा है कि की सुबह सजीवन के घर का दरवाजा देर तक जब नहीं खुला तो अपने पड़ोसियों के साथ घर के पीछे के दरवाजे में लगी बांस की फटकी हटाकर घर में प्रवेश करने पर देखा कि लहूलुहान स्थिति में उसका पुत्र सजीवन व उसकी पत्नी संजीता देवी का शव जमीन पर पड़ा था. पास में ही चौकी पर उसकी पौत्री सपना का भी शव पड़ा था. अंशु कुमार उर्फ अंकुश बुरी तरह घायल स्थिति में था जिसे ग्रामीणों के सहयोग से उपचार के लिए भेजा गया. थानाध्यक्ष विवेक भारती ने बताया कि मृतक की मां से प्राप्त आवेदन के आलोक में बछवाड़ा थाना कांड संख्या- 301/24 धारा 103 (1)/3(5) बीएनएस के तहत हत्या मामले की प्राथमिकी दर्ज की गई है. इस हत्या मामले का गहराई से अनुसंधान किया जा रहा है.