सड़क विहीन सुदूरवर्ती गांवों में नहीं मिल पाती एंबुलेंस की बेहतर सुविधा
गया न्यूज़: मोहनपुर और बाराचट्टी प्रखंड क्षेत्र के कई सुदूरवर्ती एवं सड़क विहीन गांव के लोगों को एंबुलेंस सेवा का लाभ नहीं मिल पाता है. इस कारण आपात स्थिति में मरीजों को लाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. इसी क्रम में कई लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी है. जानकारी के अनुसार बाराचट्टी प्रखंड की भलुआ पंचायत के सिसियातरी, बड़कीचापी के अलावा पतलूका पंचायत के तिलेतांड, मोहनपुर प्रखंड के अमकोला पंचायत के सुदूरवर्ती गांव से भी मरीजों को लाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. सामान्य दिनों में तो वाहन किसी तरह गांव में चले भी जाते हैं. वर्षा ऋतु के आगमन के साथ ही ऐसे इलाकों का संपर्क मुख्य सड़क से पूरी तरह कट जाता है. धमना गांव के ग्रामीण रविशंकर प्रसाद कहते हैं कि तिलेतांड गांव में अभी तक सड़क का निर्माण नहीं हुआ है. जिस कारण वहां एंबुलेंस नहीं पहुंच पाता है. मोहनपुर और बाराचट्टी प्रखंड की इकतीस पंचायतों के लिए पांच एंबुलेंस की सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध कराई गई. इस संबंध में स्वास्थ्य प्रबंधक राकेश कुमार सिंह ने बताया कि कनेक्टिविटी एरिया में एंबुलेंस भेजे जाते हैं. उन्होंने बताया कि दुर्घटना, साठ साल के ऊपर एवं पांच साल तक के मरीजों के अलावा गर्भवती महिलाओं से भाड़ा नहीं लिया जाता है. सभी एंबुलेंस को आउटसोर्सिंग के जरिए चलाया जा रहा है.
टनकुप्पा में एंबुलेंस से लोगों को राहत: टनकुप्पा पीएचसी में दो एंबुलेंस पूरी तरह से ठीक ठाक है. ग्रामीणों को एंबुलेंस सेवा हर मौके पर उपलब्ध की जाती है. पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा डॉ. उमेश कुमार व हेल्थ मैनेजर मो. मुमताजुल हसन ने बताया कि एंबुलेंस सेवा क्षेत्र के लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है. हर कोने से मरीजों की सूचना पर लाने का कार्य किया जाता प्रसव के वक्त सभी महिलाओं को घर से अस्पताल लाने का कार्य एंबुलेंस के द्वारा किया जा रहा है.