Begusarai: स्मार्ट प्रीपेड मीटर में कोई गड़बड़ी नहीं: बिजेन्द्र प्रसाद यादव
बेगूसराय: सूबे के ऊर्जा, योजना एवं विकास मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा है कि स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटर में कोई गड़बड़ी नहीं है. उपभोक्ता किसी भी तरह के भ्रम और भ्रांतियों से दूर रहें. विपक्षी दलों की ओर से स्मार्ट मीटर पर उठाए जा रहे सवालों पर ऊर्जा मंत्री ने कहा कि उपभोक्ताओं को सटीक और पारदर्शी सेवा प्रदान करने के उद्देश्य से राज्य में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जा रहे हैं. अब तक राज्य में 56.03 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जा चुके हैं.
इसमें से 18 लाख शहरी और 38.03 लाख मीटर ग्रामीण क्षेत्रों में लगाए गए हैं. स्मार्ट मीटर के अधिष्ठापन की प्रक्रिया निविदा के माध्यम से पूरी पारदर्शिता के साथ की गई है. इसकी न्यायिक समीक्षा पटना उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय में भी की गई है, जिसमें कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई. मंत्री ने कहा कि स्मार्ट मीटर के बनने के बाद हरेक मीटर की जांच की जाती है. इन मीटरों की जांच आपूर्ति से पहले और बाद में बीआईएस की ओर से निर्धारित सैंपलिंग और टेस्टिंग प्रक्रिया के तहत की जाती है. ऊर्जा सचिव सह बिजली कंपनी के सीएमडी पंकज कुमार पाल ने कहा कि उपभोक्ताओं के बीच स्मार्ट प्रीपेड मीटर को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए नए व पुराने मीटरों को भी कुछ समय के लिए लगाकर उनकी तुलनात्मक कार्यप्रणाली दिखाने की व्यवस्था की गई है.
बिजली कंपनियों के विभिन्न कार्यालयों में उपभोक्ताओं को स्मार्ट प्रीपेड मीटर की उपयोगिता समझाने और जागरूकता बढ़ाने के लिए डिजिटल माध्यम, पंपलेट, नुक्कड़ नाटक आदि के जरिये जानकारी दी जा रही है. स्मार्ट मीटर लगाने में उपभोक्ताओं से कोई अतिरिक्त राशि नहीं ली जाती है. मासिक बिलिंग में तीन प्रतिशत की छूट दी जाती है. स्मार्ट मीटर लगाने के शुरुआती छह महीनों के दौरान लोड बढ़ने पर उपभोक्ताओं से किसी प्रकार की दंड राशि नहीं ली जाती.
शिक्षकों के कटे वेतन का भुगतान अगले माह होगा: अवकाश लेकर धरना देने और देर से स्कूल पहुंचने के चलते जिन शिक्षकों का वेतन काटा गया है, उसकी समीक्षा की जाएगी. अनुशासन से संबंधित मामलों को छोड़कर अन्य मामले में में भुगतान कर दिया जाएगा.
शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने विधानपरिषद के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन यह जानकारी दी. वे भाकपा एमएलसी प्रो. संजय कुमार सिंह और जदयू एमएलसी वीरेंद्र नारायण यादव के तारांकित प्रश्न का जवाब दे रहे थे. संजय कुमार सिंह ने कहा कि अपनी विभिन्न मांगों को लेकर शिक्षकों ने अवकाश लेकर धरना-प्रदर्शन किया है. इसके बाद भी उनका वेतन काटा गया है. सरकार को उनके वेतन के भुगतान का आदेश देना चाहिए. वहीं, वीरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि पश्चिम चंपारण में बिना कारण 140 शिक्षकों के सात दिन के वेतन में कटौती की गई है. इसका जवाब देते हुए मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि जिलेवार इसकी समीक्षा की जा रही है. अनुशासनहीनता के मामले छोड़ करके सभी शिक्षकों का बकाया वेतन माह में दे दिया जाएगा.