बेगूसराय: पाटीदार को फंसाने के लिए बेगूसराय निवासी ग्रामीण विकास पदाधिकारी (आरडीओ) दीपक कुमार पाठक ने खुद के अपहरण का नाटक रचा था. परिजनों द्वारा घटना की सूचना मिलते ही रेल पुलिस ने तकनीकी अनुसंधान से मामले की छानबीन की तो दीपक का लोकेशन बख्तियारपुर में मिला. जिसके बाद बख्तियारपुर स्थित एक रेस्टोरेंट से आरडीओ को दबोच लिया गया. परिवार वालों ने खुसरूपुर जीआरपी और स्थानीय थाना को सूचना दी थी कि दीपक कुमार पाठक विभागीय ट्रेनिंग के लिए गया जा रहा था.
परिजन की सुबह खुद उसे हाथीदह स्टेशन पर पूर्णियां हटिया कोशी एक्सप्रेस में चढ़ाने गए थे. खुसरुपुर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के पहुंचने पर अपराधियों ने हथियार के बल पर उसका अपहरण कर लिया गया. घटना की जानकारी मिलते ही रेल पुलिस ने जांच शुरू कर दी थी. रेल एसपी अमृतेंदु शेखर ठाकुर ने बताया कि दीपक का अपहरण नहीं हुआ था. फिलहाल आरडीओ से पूछताछ की जा रही है.
भगवानपुर के अंबा गांव निवासी हैं दीपक छौड़ाही प्रखंड में इंदिरा आवास लेखपाल पद पर कार्यरत तेघड़ा प्रखंड के अंबा निवासी दीपक कुमार का पटना जिले के खुसरूपुर के समीप कोसी एक्सप्रेस ट्रेन से बदमाशो द्वारा अपहरण कर लिए जाने की बात सामने आई है. तेघड़ा प्रखण्ड अम्बा निवासी रामानंद पाठक के पुत्र दीपक कुमार ने बिहार लोक सेवा आयोग की 67 वी परीक्षा में 252 वा रेंक लाकर ग्राम विकास अधिकारी के रूप में चयनित हुए थे. से गया में उनकी ट्रेनिंग होने वाली थी. दीपक के चाचा दहिया कालेज के अवकाश प्राप्त प्राचार्य परमानंद पाठक ने बताया कि से गया में होने वाली ट्रेनिंग में भाग लेने के लिए की सुबह कोशी एक्सप्रेस से जा रहा था. लगभग साढ़े 9 बजे दीपक ने अपने मोबाइल संख्या 8210071738 से फोन कर बताया कि खुसरूपुर स्टेशन के समीप ट्रेन में बदमाशों ने उनका बैग छीन लिया. उसे अपने कब्जे में लेने का प्रयास कर रहे है. कुछ देर बाद उसका मोबाइल स्विच ऑफ बताने लगा.