बेगूसराय: गंगा नहाने गई बुजुर्ग महिला की मौत अयोध्या गंगा घाट पर डूबने से हो गई. की अहले सुबह गंगा नहाने गईं 72 वर्षीया वृद्धा पानी में नहाने उतरीं.
उसी दौरान उनका पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में डूब गईं. मृत महिला मधुरापुर बिचला टोला के वार्ड 28 के दिवंगत रामबरण सिंह की पत्नी नीला देवी थीं. अपने पति की मृत्यु के बाद वह अपनी बेटी के यहां अयोध्या में रहती थीं. घटना की जानकारी मिलने पर अयोध्या एवं मधुरापुर में रह रहे उनके परिजनों में शोक की लहर दौड़ गई. उनके परिजन अमित कुमार ने बताया कि वह लंबे समय से अपनी पुत्री के यहां ही रहती थीं. वह प्राय गंगा स्नान करती थीं. इसी क्रम में की सुबह गंगा नहाने गई थीं जिस दौरान यह घटना हुई. घटना के तुरंत बाद स्थानीय गोताखोरों द्वारा उनका शव निकाला गया. घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. गौरतलब है कि अयोध्या स्थित गंगा घाट पिछले कई माह से खतरनाक बना हुआ है. वहां बैरिकेडिंग भी की गयी थी लेकिन लोगों की लापरवाही के कारण घाट पर नहीं नहाने का लगा बोर्ड नोंच दिया गया. घटना के बाद तेघड़ा सीओ ने भी घटनास्थल का जायजा लिया.
सीओ ने बताया कि स्थानीय गोताखोंरों द्वारा शव को निकालने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया.
अज्ञात वाहन की ठोकर से बाइक सवार की गई जान
गढ़पुरा-हसनपुर पथ पर की रात लगभग नौ बजे मालीपुर के एक पेट्रोल पंप के समीप अज्ञात वाहन की ठोकर से बाइक सवार युवक की मौत घटनास्थल पर ही हो गई. मृतक की पहचान रजौड़ वार्ड संख्या-5 निवासी जैनू यादव के 22 वर्षीय पुत्र सुशील कुमार यादव के रूप में की गई है. वह पल्सर बाइक से ससुराल छौड़ाही थाना क्षेत्र के मालपुर गांव जा रहा था. इसी दौरान मालीपुर सुंदरवन चौक पहले एक पेट्रोल पंप के समीप अज्ञात वाहन ने उसकी बाइक में ठोकर मार दी. इससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
इस घटना को लेकर घर में कोहराम मच गया. मां फुलन देवी का पुत्र शोक को लेकर रोते-रोते बुरा हाल है. वहीं, मृतक की पत्नी सुशीला देवी मालपुर में हैं जिनकी दुनिया उजड़ गयी है. वह भी रोते-रोते बेहाल हैं. जैसे महापर्व के अवसर पर खुशी का माहौल गम में बदल गया. पूरे मोहल्ले का वातावरण गमगीन हो गया है. बताया गया है कि जैनू यादव के दो पुत्र में यह बड़ा लड़का था. पिछले वर्ष ही उसकी शादी छौड़ाही थाना के मालपुर गांव में हुई थी.