Begusarai: सूबे के आयुष चिकित्सकों को सात माह से नहीं मिला वेतन
बेगूसराय: सूबे के लगभग 2800 आयुष चिकित्सकों को पिछले सात माह से वेतन नहीं मिला है. लंबे इंतजार और लंबी प्रक्रिया के बाद इस साल 14 मार्च को राज्य में 2901 आयुष चिकित्सकों की नियुक्ति हुई थी. इसमें लगभग 50 फीसदी आयुर्वेद चिकित्सक हैं. 30 फीसदी होमियोपैथ और 20 फीसदी यूनानी चिकित्सक शामिल हैं.
नवनियुक्त आयुष चिकित्सकों को जुलाई में जिला आवंटन के साथ ही अस्पताल भी आवंटित कर दिया गया था. लेकिन तब से इन्हें वेतन का भुगतान नहीं हो रहा है. आयुष चिकित्सक लगातार स्वास्थ्य विभाग से वेतन भुगतान का आग्रह कर रहे हैं. इसके बावजूद वेतन भुगतान में देरी हो रही है. नवनियुक्त आयुष चिकित्सकों में लगभग 100 को वेतन का भुगतान हुआ है. शेष को वेतन का इंतजार है.
वेतन भुगतान में देरी के कई कारण बताए जा रहे हैं. इनमें जिला कोषागार से आयुष चिकित्सकों का 12 अंको का पीआरएएन (परमानेंट रिटायमेंट अकाउंट नंबर) जारी होने में देर होना है. इसके साथ ही आयुष चिकित्सकों को पे स्लिप (वेतन पुर्जा) जारी नहीं हो सका है. वेतन पुर्जा वित्त विभाग से जारी होना है. स्वास्थ्य विभाग में एचआरएमएस (ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम) पोर्टल पर आयुष चिकित्सकों का डाटा अपलोड नहीं हो सका है. एचआरएमएस तीन स्तर पर काम करता हैं. इसमें सचिवालय सहायक मेकर का काम करते हैं. प्रशाखा पदाधिकारी चेकर होते हैं और एक नामित अधिकारी एप्रूवर होते हैं. इसी माह पहले सप्ताह में स्वास्थ्य विभाग ने पत्र जारी कर एक अधिकारी को एप्रूवर की जिम्मेदारी दी है. तीनों प्रक्रिया पूरी होने पर ही आयुष चिकित्सकों को वेतन भुगतान हो सकेगा. माना जा रहा है कि प्रक्रिया पूरी होने में कम से कम एक माह का और समय लगेगा. इस हिसाब से इस साल के अंत तक सभी नवनियुक्त आयुष चिकित्सकों को वेतन भुगतान हो सकेगा. स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, सभी प्रक्रिया जल्द पूरी कर वेतन भुगतान कर दिया जाएगा.
2800 आयुष चिकित्सकों को वेतन का इंतजार: बिहार आयुष चिकित्सा महासंघ के संरक्षक रूपेश कुमार का आरोप है कि वित्त और स्वास्थ्य विभाग के कर्मी जानबूझ कर वेतन भुगतान में देर कर रहे हैं. 2800 आयुष चिकित्सकों को 7 माह से वेतन भुगतान का इंतजार है. स्वस्थ्य विभाग इस मामले को प्राथमिकता से लेकर वेतन भुगतान सुनिश्चित कराए.