सारण के सांस्कृतिक जगत की पहचान हैं भिखारी ठाकुर: डॉ. यादव
छपरा न्यूज़: सिटी रिपोर्टर|छपरा भोजपुरी के शेक्सपियर लोककलाकार नवजागरण के प्रतीक भिखारी ठाकुर की 52वीं पुण्यतिथि समारोह आज छपरा शहर के प्रवेश द्वार तेलपा के भिखारी ठाकुर चौक पर भिखारी ठाकुर लोक साहित्य एवं सांस्कृतिक महोत्सव, सारण के तत्वावधान में आयोजित किया गया। सर्वप्रथम उपस्थित गणमान्य लोगों के द्वारा समाजियों सहित भिखारी ठाकुर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें भवभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर बोलते हुए महोत्सव के महासचिव डॉ. लालबाबू यादव ने कहा कि भिखारी ठाकुर सारण के सांस्कृतिक जगत के पहचान हैं, उन्होंने विशाल भोजपुरी समाज में अपने नाटकों, गीतों एवं प्रहसनों के द्वारा जिस नवजागरण का शंखनाद किया था, उसकी प्रासंगिकता आज भी बरकरार है। बेमेल विवाह, पलायन की समस्या, विधवा विवाह पर रोक एवं सामन्ती जोर-जुर्म के खिलाफ उन्होंने लौंडा नाच के माध्यम से भोजपुरी समाज को वैकल्पिक मनोरंजन का साधन उपलब्ध कराया।
आज भारतवर्ष तथा विदेशों में भिखारी ठाकुर की कृतियों पर शोध कार्य हो रहे हैं, जिसका इशारा उन्होंने अपने जीवन काल में ही किया था कि आने वाले समाज में उनकी प्रासंगिकता बरकरार रहेगी। इस अवसर पर भिखारी ठाकुर के प्रपौत्र राकेश ठाकुर, सुनील ब्याहुत, सुनील चौबे सहित दर्जनों आसपास के नागरिक उपस्थित थे।