पटना न्यूज़: अपराध की लगातार हो रही घटनाओं को रोकने के लिए राजधानी में बीट पुलिसिंग को दोबारा सक्रिय किया जा रहा है. पटना पुलिस ने जिले में संवेदनशील 80 बीट की पहचान की है, जहां जल्द बीट ऑफिसर की तैनाती की जाएगी. वे क्षेत्र में अपराधियों की सक्रियता व संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखेंगे.
चार साल से निष्क्रिय पड़ी थी बीट व्यवस्था बेहतर पुलिसिंग के लिए पटना में काफी समय से बीट व्यवस्था है. एएसआई अथवा सिपाही बीट के इंचार्ज होते हैं. लेकिन वरीय अधिकारियों की अनदेखी और बल की कमी के कारण गत चार वर्ष से बीट व्यवस्था निष्क्रिय पड़ी थी. इसका फायदा उठाकर अपराधी लगातार वारदात को अंजाम दे रहे थे. गत दिनों पत्रकार नगर में अपराधियों ने दिनदहाड़े सिपाही पर गोली बारी कर दी. वहीं, अपराधी भोला राय को गोलियों से भून दिया था. अपराधी की हत्या का मामला अब तक नहीं सुलझाया जा सका है. वहीं, बीट निष्क्रिय होने से क्षेत्र में लगातार गृहभेदन और लोगों से लूटपाट व झपटमारी की वारदातें हो रही हैं. स्थानीय सूचना के अभाव में अपराधियों को पकड़ने में पुलिस को नाको चने चबाने पड़ रहे हैं.
क्या है बीट व्यवस्था अपराध पर नियंत्रण के लिए पटना में सभी थाना क्षेत्र को छोटे-छोटे बीट में बांटा गया. क्षेत्रफल के मुताबिक एक बीट में कम से कम एक और अधिकतम तीन मोहल्ले शामिल होते हैं. पटना जिले में वर्तमान में करीब 400 बीट मौजूद हैं.
इनमें शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में अपराध की दृष्टि से 80 बेहद संवेदनशील हैं. पहले चरण में इन 80 बीटों पर बीट ऑफिसर की तैनाती की जाएगी