बिहार
कर्ज नहीं चुकाने वाले डॉ. संजीव अग्रवाल के घर पर बैंक कर्मियों ने की गांधीगिरी
Shantanu Roy
4 Nov 2022 6:01 PM GMT
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बड़ी खबर
बेगूसराय। बैंकों ने ऋण लेकर समय पर नहीं चुकाने वाले बकायेदारों के खिलाफ अब गांधीगिरी का रास्ता अपनाना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में शुक्रवार को दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक द्वारा बैंक के हठी ऋण चूककर्ता चर्चित दंत चिकित्सक-सह-व्यवसायी अरविन्द सोप मिल के प्रो. डॉ संजीव कुमार अग्रवाल के विरुद्ध गांधीगिरी का रास्ता अपनाते हुए ऋण वसूली का प्रयास किया गया। इस दौरान कार्ड बोर्ड पर शर्म करो आदि नारा लिखकर पहुंचे 15 से अधिक महिला एवं पुरुष बैंक अधिकारियों ने जल्द से राशि जमा करने का अनुरोध किया।
अधिकारियों ने बताया कि दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक द्वारा 28 सितम्बर 2015 को डॉ. अग्रवाल को मेसर्स अरविन्द सोप ऑइल मिल के नाम से 4.15 करोड़ की ऋण राशि साबुन बनाने की फैक्ट्री स्थापित करने के लिए स्वीकृत की गई थी। लेकिन संजीव अग्रवाल के द्वारा समय पर ऋण चुकता नहीं करने के कारण 27 दिसम्बर 2017 को खाता एनपीए में वर्गीकृत हो गया। बैंक के द्वारा लगातार अनुश्रवण करने के बाद भी डॉ. अग्रवाल द्वारा खाता को ठीक नहीं किया गया। इससे परेशान होकर दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक द्वारा आज गांधीगिरी का रास्ता अपनाते हुए ऋण की वसूली का अभियान चलाया गया है। मुलधन, ब्याज एवं अन्य शुल्क सहित करीब 6.70 करोड़ रुपये बकाया है, जिसे चुकाने के नाम पर बहाने और टाल मटोल किया जाता रहा है। क्षेत्रीय प्रबंधक पी.के. घोष ने कहा कि बैंक के किसी भी ऋण चुककर्ता को बक्शा नहीं जाएगा, सबके खिलाफ गांधीगिरी और करवाई होगी।
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