बिहार

काव नदी के तटबंध को कटाव से बचाने के लिए लगेंगे बांस के पौधे

Admin Delhi 1
15 Sep 2023 5:49 AM GMT
काव नदी के तटबंध को कटाव से बचाने के लिए लगेंगे बांस के पौधे
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मनरेगा के तहत काव नदी पर 110 किलोमीटर तक तटबंध पर लगेगा 1 लाख पौधे

रोहतास: मनरेगा के तहत जिले की काव नदी के तटबंध पर एक लाख बांस के पौधे लगाये जाएंग. 20 सितम्बर 2023 को एक ही दिन 110 किलोमीटर की दूरी में तटबंध पर पौधरोपण की योजना है. प्रशासन ने इसके लिए बांस के पौधे मंगवा लिये हैं.

उक्त तिथि को पूरे दिन अभियान के तहत पौधरोपण का कार्य पूरा किया जाएगा. जिला प्रशासन का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है. योजना के साकार होने से काव नदी के दोनों तरफ कटाव को रोका जा सकेगा. मनरेगा के तहत वित्तीय वर्ष 2023-24 में काव नदी के गाद जमाव की सफाई की गयी थी. नदी किनारे के तटबंध के कटाव को रोकने के लिए बांस के पौधा लगाने की योजना तैयार की गई है. सासाराम से शुरू होकर जिले की अंतिम छोर यानी बक्सर सीमा तक पौधरोपण किया जाएगा. इसके पहले जिले में एक ही दिन एक लाख बांस के पौधे कभी नहीं लगाये गये हैं. लेकिन इस बार उप विकास आयुक्त ने काव नदी के तटबंध को मजबूत करने के लिए योजना की रूपरेखा तैयार की है. ताकि आने वाले दिनों में पानी की तेज धार से उसके तटबंध को कटाव से रोका जा सके. इसके पहले काव नदी की स्थिति काफी खराब थी. लेकिन जीर्णोद्धार के बाद इसका कायाकल्प हो गया.

काव नदी का किया गया है जीर्णोद्धार मनरेगा के तहत काव नदी का जीर्णोद्धार किया गया है. पहले काव नदी की स्थिति काफी जर्जर थी. स्थिति यह थी कि बरसात शुरू होने के बाद ही काव नदी में पानी भर जाता था. काव नदी का तटबंध भी काफी जर्जर था. जिसका पानी आस-पास गांवों के साथ अमरा तालाब मुख्य पथ तक पसर जाता था. जिससे लोगों को काफी परेशानी होती थी. लेकिन इन समस्याओं से निजात के लिए जिला प्रशासन ने काव नदी की 110 किलोमीटर की दूरी में तटबंध की जीर्णोद्धार की है. अब तक जिले में लगातार बारिश होने के बाद भी काव नदी में जल स्तर बढ़ा है, लेकिन तटबंध टूटने की शिकायतें नहीं मिली है.

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