बेगूसराय न्यूज़: ओडिशा के बालासोर में 2 जून को हुई भीषण रेल दुर्घटना में मौत का शिकार हुए ताजपुर के गरीब चौधरी के पुत्र सुजीत कुमार का शव एक माह की रात घर लाया गया. युवक का शव पहुंचते हुए परिजनों में कोहराम मच गया. परिजनों की चीख-पुकार माहौल गमगीन हो गया. ग्रामीणों ने बताया कि 1 जून को ही सुजीत गांव के साथी रामप्रवेश यादव के पुत्र राजा कुमार के साथ जमालपुर के रास्ते हावड़ा 2 जून की सुबह पहुंचा था. वहां से दोनों युवक कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन पकड़कर बेंगलुरु जा रहे थे. बेंगलुरु जाने के क्रम में ही उड़ीसा के बालासोर के समीप 2 जून को भीषण रेल हादसा हो जाने के कारण राजा एवं सुजीत दोनों की मौत हो गई. रेल दुर्घटना की सूचना मिलते ही दोनों युवकों के परिजन भी उसकी खोज में उड़ीसा की ओर निकल पड़े थे. काफी खोजबीन के बाद राजा का शव भुवनेश्वर के एम्स में मिला जहां उसकी पहचान करने पर एम्स के प्रबंधन द्वारा उसके शव को परिजनों को सौंप दिया गया.
जबकि, सुजीत के शव का दो दावेदार होने के कारण उनके बड़े भाई अजीत कुमार को डीएनए टेस्ट से गुजारना पड़ा. फलस्वरूप डीएनए टेस्ट के आने के इंतजार में सुजीत के बड़े भाई अजीत, चाचा विजेंद्र चौधरी एवं चचेरा भाई नीतीश चौधरी को लगभग एक महीना भुवनेश्वर में ही ठहरना पड़ा. लगभग एक माह बाद डीएनए टेस्ट का रिपोर्ट आया जिस रिपोर्ट में सुजीत एवं उसके बड़े भाई अजीत का डीएनए टेस्ट एक ही पाया गया. डीएनए टेस्ट का मिलान होने के बाद सुजीत के शव परिजन के हवाले किया गया. उसके शव को परिजन एंबुलेंस से लेकर की रात ही घर पहुंचे. युवक का शव क्षत-विक्षत हालत में था जिसकी पहचान होना तक मुश्किल हो गया था. क्षत-विक्षत हालत में सुजीत का शव पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया. हालांकि, सुजीत का अंतिम संस्कार भी की अहले सुबह गांव के ही समीप गंगा तट पर कर दिया गया. लेकिन, भाई से लेकर बहन एवं माता से लेकर पिता तक का रो-रोकर बुरा हाल है. शुभचिंतकों के द्वारा परिजनों को ढांढस देने का सिलसिला जारी है. ग्रामीणों ने बताया कि सुजीत के शव की बरामदगी में पंचायत के मुखिया शिवनंदन कुमार उर्फ शिवदानी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. वह जिला से लेकर केंद्र सरकार तक की आपदा विभाग से लगातार संपर्क कर युवक के शव बरामद करवाने के लिए प्रयत्नशील रहे. वहीं, बलिया सीओ चंदन कुमार भी मृतक के घर पहुंचे जिन्होंने मृतक से सम्बन्धित सभी दस्तावेज को परिजनों से लिया. सीओ ने बताया कि सभी दस्तावेजों को जिला आपदा विभाग के माध्यम से सरकार को भेजेंगे.